Khatushyam Railway Station: खाटूश्यामजी जी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेलवे ने एक बड़ी खुशखबरी दी है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ 2025, अयोध्याजी धाम तथा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के कारण बढ़ते धार्मिक पर्यटन बहुत तेजी बढ़ा है। इसकी अपार सफलता से प्रेरित होकर रेल मंत्रालय ने राजस्थान के खाटूश्यामजी के लिए भी आखिरकार रेलवे लाइन बिछाने का निर्णय ले लिया है। इस दिशा में केंद्र और राजस्थान की भजनलाल सरकार सीकर जिले के खाटूश्यामजी में धार्मिक पर्यटन के बढ़ते महत्व को देखते हुए 17.49 किमी लंबी रेलवे लाइन बिछाएगी।
खाटूश्यामजी मंदिर तक होगी सीधी पहुंच
बता दें दोनों सरकारें मिलकर राजस्थान के धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के तहत ही खाटूश्यामजी मंदिर को विश्व स्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में काम कर रही हैं। इसी योजना के तहत अब रींगस से खाटूश्यामजी तक श्रद्धालुओं की सीधी पहुंच बनाने के लिए रेलवे लाइन और रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य शुरु किया जाएगा। रेलवे ने इस परियोजना के लिए कुल 254 करोड़ रुपए का बजट अनुमान लगाया है।
मंदिर की तर्ज पर बनेगा रेलवे स्टेशन
पर्यटन विभाग तथा पर्यटन से जुड़े अधिकारियों के अनुसार खाटूश्यामजी रेलवे स्टेशन को खाटूश्यामजी मंदिर की तर्ज पर बनाने की योजना तैयार की गई है। जैसे अयोध्याजी और वाराणसी रेलवे स्टेशन तैयार किए गए हैं। माना जा रहा है देश-विदेश से खाटूश्यामजी पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त खाटूश्यामजी मंदिर की छटा का भी अनुभव होगा।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर मॉडल पर होगा विकसित
बता दें राजस्थान की भजनलाल सरकार ने खाटूश्याम जी को भी यूपी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर मॉडल की तर्ज पर विकसित करने की योजना बनाई है। इसके लिए कुल 100 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृति किया है। तो दूसरी ओर केंद्र की मोदी सरकार ने भी धार्मिक पर्यटन विकसित करने की योजना के तहत कुल 87 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। इससे पूरे धार्मिक क्षेत्र में कई तरह की सुविधाओं को विकसित किया जाएगा, जिसमें प्रमुख रूप से कुल 54 बीघा में पार्किंग विकसित करने को भूमि का चयन किया जा रहा है।
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