Jodhpur News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जोधपुर दौर पर आए। जैसे ही मुख्यमंत्री एयरपोर्ट पर पहुंचे, वहां पर उनको डीसीपी (पूर्व) अमित जैन के खिलाफ शिकायत मिली। सीएम भजनलाल शर्मा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जैन को हटाने के आदेश दिए। इसके कुछ देर बाद ही आईपीएस जैन को एपीओ करने का आदेश जारी कर दिया गया। संभवतः यह पहला मौका है जब सीएम शर्मा जोधपुर में इतने सख्त नजर आए हैं।
दरअसल, पाल-गंगाणा क्षेत्र के पाक विस्थापित विकास कार्यों की मांग को लेकर जेडीए के बाहर धरने पर बैठ गए। सैकड़ों लोगों की भीड़ ने सड़क जाम कर नारेबाजी की। जेडीए का प्रवेश द्वार भी बंद कर दिया गया। वहीं, जेडीए अधिकारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की। अधिकारियों ने विकास कार्य करवाने का आश्वासन भी दिया। इसके बावजूद माइक पर बेबुनियाद टिप्पणियां आती रहीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला मुख्यमंत्री तक पहुँच गया था। सीएम ने एयरपोर्ट पर ही अधिकारियों को बुलाकर हकीकत पूछी। तब पता चला कि जेडीए अधिकारियों ने डीसीपी (पूर्व) अमित जैन को कई बार इस बारे में बताया था और अतिरिक्त पुलिस बल भेजकर भीड़ को हटाने का अनुरोध भी किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम भजनलाल और राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय नेताओं व मंत्रियों के जोधपुर आगमन से पहले जेडीए ने स्थिति संभालने को कहा था, लेकिन डीसीपी अमित जैन ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। साथ ही साथ प्रदर्शनकारियों को हटाने में अमित जैन ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई।
मारपीट के मामले में भी पहुंची थी शिकायत
जानकारों के अनुसार, जोधपुर आईआईटी निदेशक और एसोसिएट प्रोफेसर के बीच मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज करने में लगभग 8 घंटे की देरी हुई। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक भी पहुँची। इतना ही नहीं, इस मामले में गलत धाराएँ लगाने की भी बात कही गई।
सीएम की सुरक्षा में भी आया चूक का मामला
हाल ही में जोधपुर में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित किया गया था। उस दिन एक छात्र की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। उस दौरान भी पुलिस को पहले से पता था कि छात्र के परिजन और इलाके के लोग सड़क जाम करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके बावजूद, पुलिस समय रहते स्थिति को संभालने में नाकाम रही। नतीजतन, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को वापस लौटने के लिए पंचबटी चौराहे की बजाय दूसरे रास्ते से ले जाना पड़ा। इस घटना के चलते विपक्ष ने मुख्यमंत्री पर तीखी टिप्पणियाँ की थीं।
कई स्थानीय नेता भी अमित जैन के अड़ियल रवैये से थे नाराज
सूत्रों के अनुसार, अमित जैन का तबादला एक विधायक की सिफ़ारिश पर एक मंत्री ने बालोतरा से जोधपुर कर दिया था। इसके बाद, डीसीपी के पास पहुँचे स्थानीय कार्यकर्ताओं को बेवजह बाहर इंतज़ार करवाने, उनसे बदतमीज़ी से बात करने और कई अधिकारियों के साथ अड़ियल रवैया अपनाने की ख़बरें सीएम तक पहले ही पहुँच चुकी थीं। गुरुवार को हुई इस घटना की शिकायत मिलने पर सीएम ने एयरपोर्ट पर मौजूद पुलिस कमिश्नर ओम प्रकाश को फ़ोन करके उनसे बात की। बताया जा रहा है कि इनमें से ज़्यादातर शिकायतों की पुष्टि भी हुई।
बचाव की कोशिशें रही नाकाम
दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट पर ही शिकायतों की पुष्टि की और आक्रामक रुख़ अपनाते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी को हटा देना चाहिए। फिर वहाँ मौजूद एक मंत्री और एक विधायक ने अमित जैन को बचाने की कोशिश की, लेकिन मुख्यमंत्री अपने फ़ैसले पर अड़े रहे और वहीं बैठे-बैठे जयपुर फ़ोन करके निर्देश दिए और कुछ ही देर में जैन को एपीओ करने का आदेश जारी कर दिया गया।