Healthy Tips: प्रेगनेंसी का सफर हर महिला के लिए बहुत ही खास होता है। वहीं इस दौरान शरीर का खास ख्याल रखने की बहुत ज्यादा जरूरी होताी हैं। इस दौरान कुछ ऐसे जरूरी चेकअप होते हैं, जिसे करवाना बहुत जरूरी होता है। जिसमें से एक टेस्ट है हीमोग्लोबिन। आपको बता दें कि हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन होता है जो कि रेड सेल्स में मौजूद होता है। इसका कम होता है ऑक्सीजन को फेफड़े से शरीर के हर हिस्से तक पहुंचाना और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालना। शरीर में जब प्रयाप्त मात्रा में हीमोग्लोबिन होता है तो आप एनर्जेटिक फील करते हैं।

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प्रेग्नेंट महिलाओं को इसका चेकअप करना जरूरी होता है क्योंकि बच्चे का विकास मां के खून और पोषण से होता है, इसीलिए इस दौरान हीमोग्लोबिन का सही लेवल बनाए रखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। हीमोग्लोबिन की कमी होने पर शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। ऐसे में चक्कर आना, सिर दर्द होना, थकावट महसूस होना और कमजोरी लगना जैसी समस्याएं होने लगती हैं। कई बार इसका बुरा असर दिल और फेफड़ों पर भी होने लगता है। हीमोग्लोबिन कम होने से इम्यूनिटी भी वीक होती है। 

महिला जल्दी कमजोर और थकावट महसूस करती है
प्रेगनेंसी के दौरान हीमोग्लोबिन की जांच करवाना इसलिए जरूरी होता है, ताकि मां और शिशु दोनों को प्रयाप्त पोषण और ऑक्सीजन मिल सके। वहीं इस दौरान अगर हीमोग्लोबिन का लेवल कम होता है तो खून में रेड ब्लड सेल्स की संख्या तेजी से नहीं बढ़ पाती है और हीमोग्लोबिन का लेवल कम होने पर महिला जल्दी कमजोर और थकावट महसूस करती है।

शरीर का इमयून सिस्टम वीक हो जाता है

इसके साथ ही प्रेग्नेंसी के दौरान सिर दर्द की भी समस्या होने लगती है और वहीं अगर हीमोग्लोबिन गंभीर कम हो जाए तो इससे दिल और फेफड़ों पर ज्यादा दबाव पड़ता है और शरीर का इमयून सिस्टम वीक हो जाता है। जिससे बच्चों के विकास पर भी थोड़ा सा पड़ता है । वहीं कई बार खून की कमी की वजह से डिलीवरी में भी मुश्किल है आती है ।