Rajasthan Government Health Scheme : राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम अर्थात (RGHS) जो कि सरकारी कर्मचारियों के मुफ्त इलाज के लिए यह योजना बनाई गई है, लेकिन इस योजना में बड़ी संख्या में फर्जीवाड़ी की खबर सामने आ रही है, जिन्होंने इस योजना के तहत इलाज करवाया नहीं, लेकिन फर्जी बिल लेकर अपनी कमाई करने की चाल चली गई है।
वैसे तो इस योजना में राजस्थान के कई जिलों में फर्जीवाड़ा हुआ है लेकिन जो सबसे बड़ी संख्या में पुलिस वाली पकड़े गए हैं वह भरतपुर में है। भरतपुर में पुलिस के द्वारा परिवार के 90 के सामने आए हैं जिसके खिलाफ अब जांच भी शुरू कर दी गई है । और जैसे ही वह दोषी करार होते हैं उन्हें इसकी सजा भी मिलेगी।
भरतपुर में सबसे ज्यादा 97 पुलिसकर्मी शक के घेरे में
सतर्कता विभाग की जांच में पूरे प्रदेश के 137 पुलिसकर्मी शक के घेरे में आ गए हैं इनमें से सबसे ज्यादा 97 पुलिसकर्मी है। जो की भरतपुर जिले के हैं चलिए आपको बताते हैं। आखिर यह पुलिसकर्मी कैसे इस योजना का गलत इस्तेमाल कर अपनी जेब भर रहे थे। सूत्रों का दावा है कि कई पुलिसकर्मियों ने एक निजी नर्सिंग होम से महिला संबंधी उपचार किसी भी प्रकार की जांच करवाई इसके बाद वह एक फार्मेसी से इसके लिए बिल भी कटवा ले गए । अब फार्मेसी जांच के दायरे में भी आ चुका है।
फार्मेसी और डेंटल क्लिनिक पर भी कार्रवाई, जांच तेज
इसके अलावा कई पुलिसकर्मी ऐसे भी थे जिन्होंने अपेक्स डेंटल क्लीनिक से दांतों का फर्जी इलाज कर कर फार्मेसी से बिल कटवा लिया इसमें पुलिस वाले के साथ-साथ फार्मेसी वाले और डेंटल क्लिनिक भी शामिल है। इसलिए इन तीनों को जांच के घेरे में रखा गया है और उनकी जांच भी शुरू कर दी गई है। पुलिस सतर्कता संगठन जयपुर के उप अध्यक्ष श्री राम बड़सरा ने इस संबंध में एक पत्र सभी अतिरिक्त महानिदेशक महानिदेशक पुलिस अधीक्षक से लेकर गए पुलिस उपयुक्त को भेजा है इसमें संदिग्ध कर्मचारियों की सूची है।
वहां की वह अपने-अपने जिलों और बटालियन में कार्मिकों की छंटनी पर निर्धारित पर पत्र में रिपोर्ट प्रस्तुत करें इस योजना को देश सरकारी कर्मचारी और उनके परिजन का गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना था । लेकिन इस तरह के अनियमितताओं ने इस योजना की साफ पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
फर्जी इलाज कर बिल पास कराने वाले पुलिसकर्मी अब जांच के घेरे में
इस योजना का कई पुलिसकर्मियों ने अनुचित लाभ उठाया है। इससे पहले भी संयुक्त शासन सचिव राकेश राजोरिया ने एक पत्र जारी कर यह चेतावनी दे दी थी कि आरजेएस में अनियमिताओं में लिफ्ट पाए जाने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और राज्य को आर्थिक नुकसान की वसूली भी की जाएगी अभी भाग्य जांच समिति संदीप पुलिसकर्मियों की छानबीन करेगी और जो दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी एक पत्र मिला है। जिसमें कहा गया है की जांच सीनियर ऑफिसर से कराई जा रही है।
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