Rajasthan Teachers Stabilization: दीपावली से पहले राजस्थान के थर्ड ग्रेड टीचर्स को पहले तो बड़ी खुशखबरी मिलती है, लेकिन अचानक बड़ा झटका लग जाता है। क्योंकि सरकार ने उनके स्थाईकरण का जो फैसला सुनाया उसे एक ही दिन में बदल दिया और 1491 शिक्षकों का स्थाईकरण का सपना एक झटके में चकनाचूर हो गया। गौरतलब है कि राजस्थान सरकार के द्वारा स्थाईकरण का आदेश जारी करने के बाद यहां के शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ उठी थी, लेकिन शिक्षकों की यह खुशी बहुत अधिक देर तक नहीं टिक सकी। क्योंकि विभाग ने उनके स्थाईकरण के आदेश को सिर्फ 2 घंटे के अंतराल के बाद रद्द कर दिया।

2 घंटे बाद ही स्थाईकरण का फैसला वापस

प्रोबेशन पीरियड पूरा कर चुके इन शिक्षकों को उम्मीद थी कि दीपावली से पहले उन्हें खुशखबरी दी जाएगी और उनका स्थाईकरण किया जाएगा। लेकिन अचानक का इस फैसले ने उनकी खुशियों पर एक झटके में पानी फेर दिया। गौरतलब है की जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्थापना समिति की बैठक 17 अक्टूबर को हुए, जिसमें 1491 शिक्षकों के स्थाईकरण को मंजूरी दे दी गई थी और शुक्रवार को रात ही स्थाईकरण का आदेश जारी कर दिया गया था, जिससे कि शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ उठी थी, लेकिन कुछ देर के बाद ही शिक्षा विभाग ने एक और आदेश जारी किया और कहा कि इस निर्णय को रद्द किया जाता है।

क्यों रद्द किया गया स्थाईकरण का फैसला

सूत्रों की मानें तो इन 1491 शिक्षकों में से कुछ शिक्षकों के खिलाफ एसओजी की जांच चल रही है। इसी कारण से इस स्थाईकरण का फैसला बदला गया है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है कि किन कारणों से ऐसा किया गया है। खैर कारण चाहे जो भी हो, लेकिन इस घटनाक्रम ने शिक्षकों के बीच मायूसी को बढ़ावा दिया है और दिवाली से पहले यह उन शिक्षकों के लिए बड़ा झटका जैसा है।