Pushkar Mela 2025: राजस्थान में लगने वाले पुष्कर मेले में ऊंट से ज्यादा कीमत में भैंसे और घोड़े मिल रहे हैं। यह रेगिस्तान के जहाज कहे जाने वाले ऊंट के भविष्य पर खतरे जैसा लग रहा है। भला ऐसा कैसे हो सकता है कि राजस्थान के सबसे फेमस पुष्कर मेले में ऊंटों से अधिक कीमत भैसों और घोड़ों को मिल रही है। दरअसल ऊंटों को लेकर सरकार द्वारा बनाया गया एक कानून इसके आड़े आ रहा है। चलिए बताते हैं क्या है पूरा मामला।

ऊंट पालकों से समझें इसका कारण

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोक पशुपालक समिति के सचिव हनुमत सिंह ने इसको लेकर बताया कि खरीदारों को ऊंट को राज्य से बाहर ले जाने के लिए अभी भी एसडीएम की अनुमति, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र और परिवहन का उद्देश्य बताना जरूरी है। आपको बताते चलें कि राजस्थान सरकार ने प्रदेश से ऊंट के निर्यात पर रोक लगा दिया था। लेकिन इसी साल इस कानून को बदलते हुए एक बार फिर से ऊंट की निर्यात शुरू कर दी गई है, लेकिन फिर भी सरकार ने इसको लेकर कई ऐसे शर्तें रखी है, जिससे यह सुगम नहीं हो पा रहा है।

क्या कहता है सरकार का नियम

नियम के अनुसार अगर आप ऊंट राजस्थान से बाहर लेकर जा रहे हैं, तो आपको इसका कारण बताना होगा और आपको वह डेडलाइन भी बताना होगा कि आप कब फिर उसे ऊंट को लेकर वापस राजस्थान पधारेंगे। इसी को लेकर जो भी पशुपालक जानवर खरीदने के लिए आ रहे हैं, वह ऊंट में बहुत अधिक दिलचस्पी नहीं दिख रहे हैं। क्योंकि सरकार के यह नियम और कानून उसके आगे आ रहे हैं।

इससे ज्यादा बेहतर लोग भैंस और घोड़े खरीदना सही समझ रहे हैं। क्योंकि उसमें ना तो किसी की अनुमति की जरूरत है और ना ही किसी विशेष जवाबदेही की। यही कारण है कि रेगिस्तान के जहाज ऊंट की कीमत पुष्कर मेले में सिर्फ 10 हजार रुपये से शुरू है।