Rajasthan Astrology Garden: राजस्थान के डूंगरपुर शहर में एक ऐसा गार्डन तैयार किया गया है जिसमें सभी पौधे ग्रह और नक्षत्र के अनुसार है। इसलिए इस गार्डन का नाम नक्षत्र गार्डन रखा गया है। आपको बता दें कि राजस्थान का यह गार्डन नवग्रहों वाला गार्डन है। इस गार्डन में आपको 27 नक्षत्रों के प्रतीक पौधे लगाए गए हैं। इसके अलावा, उद्यान में सुंदर वृक्षों के साथ-साथ पार्क और बच्चों के झूले भी हैं। नक्षत्र उद्यान में 27 नक्षत्रों के प्रतीक पौधों को गोलाकार घेरे में लगाया गया है। इसके अंदर नवग्रह उद्यान भी है जिसमें नौ ग्रहों के अनुसार पौधे हैं।
7 साल पहले हुआ था नक्षत्र गार्डन का निर्माण
बता दें कि ग्रहों के अनुसार नक्षत्र उद्यान का निर्माण साल 2018 कराया था। उद्यान की चारों दिशाओं में प्रतीक स्वरूप आम, पीपल, पाकड़, बरगद और गूलर के पेड़ लगाए गए थे। वैदिक ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, प्रत्येक ग्रह के एक आराध्य देव होते हैं और आराध्य देवता का एक अपना पौधा होता है।
जब भी ग्रह में अशांति या कोई विपत्ति आती है, तो उसकी पूजा की जाती है। जिससे विपत्ति दूर हो जाती है। इस उद्यान में कई लोग ग्रह के अनुसार पूजा-अर्चना करते नजर आते हैं। वहीं, डूंगरपुर का नक्षत्र उद्यान भी डूंगरपुर आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है।
नक्षत्र गार्डन में देखने को मिलेंगे सभी ग्रह, नक्षत्र और राशि के पेड़
आपको बता दें कि नक्षत्र गार्डन का रूप रेखा सबसे पहले ग्रह, राशि, नक्षत्रों के अनुसार डिजाइन किया गया और इसके साथ ही घुमावदार क्षेत्र का लेआउट तैयार किया गया। इसके साथ ही सभी ग्रह, राशि, नक्षत्र के अनुसार पौधे लगाए गए। इस प्रकार तय दिशा के अनुसार पौधे रोपे गए हैं। नगर परिषद की यह पहल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने, हरियाली बढ़ाने और भूजल स्तर बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है।
नक्षत्र गार्डन में जानें से मिलती है अद्भूत शांति
शास्त्रों में मान्यता है कि जिस प्रकार प्रत्येक ग्रह, नक्षत्र और राशि का अपना रत्न होता है, जिसके माध्यम से व्यक्ति को अपने ग्रह को अनुकूल बनाने में सहायता मिलती है। उसी प्रकार प्रत्येक ग्रह, नक्षत्र और राशि का अपना वृक्ष भी होता है, जिसकी सेवा, पूजा या वृक्ष की जड़ को शरीर में धारण करने से ग्रह शांति संभव है। अधिकांश रत्न महंगे होते हैं। ऐसे में पौधों के माध्यम से कम लागत में ग्रह शांति के उपाय किए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि हम अपने सूर्य को मजबूत करना चाहते हैं, तो अर्क की पूजा की जा सकती है।
सूर्य सहित ग्रहों के नौ पौधे
अर्क (आक) (सूर्य), पलाश, कनेर (चंद्रमा), नीम (मंगल), बेल (बुध), पीपल (बृहस्पति), आम (शुक्र), शमी (शनि), चंदन (राहु) और इमली (केतु)।