Navratri 2025 Kanya Pujan: नवरात्रि कलश स्थापना के साथ शुरू होती है और कन्या पूजन (एक पवित्र अनुष्ठान) और कन्या ज्योनार (भोज) के साथ संपन्न होती है। नवरात्रि के नौवें दिन कन्या पूजन किया जाता है। नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन का बहुत महत्व माना जाता है। इस लेख में, आइए जानें कि कन्या पूजन के दौरान हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 2 से 10 वर्ष की आयु की कन्याओं की देवी के स्वरूप के रूप में पूजा करनी चाहिए। इस दिन न केवल पूजन, बल्कि कन्याओं को भोजन कराना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। सात्विक और पौष्टिक भोजन करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह भोजन देवी की कृपा का माध्यम बनता है। उन्होंने बताया कि कन्या पूजन के लिए हल्का और पौष्टिक भोजन तैयार करना चाहिए, जिससे भक्त की मनोकामना पूरी होती है और घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
कन्या भोज में आप ये चीजें परोस सकते हैं
कन्या भोज के लिए पूरी, चना और सूजी का हलवा बनाना चाहिए, क्योंकि ये पारंपरिक और सात्विक व्यंजन माने जाते हैं। इसके अलावा, प्रसाद में दूध, खीर और मौसमी फल जैसे केला, सेब, संतरा और अनार शामिल करना अच्छा होता है। कन्याओं के भोजन को स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाने के लिए लड्डू या हल्के केक जैसी मिठाइयाँ भी परोसी जा सकती हैं। बादाम, काजू और किशमिश जैसे सूखे मेवे चढ़ाना भी अत्यंत शुभ होता है और भोजन के सात्विक गुणों को बढ़ाता है।
इन बातों का भी ध्यान रखें
भोजन तैयार करते समय साफ़-सुथरा वातावरण बनाना ज़रूरी है। भोजन गरमागरम परोसें और पूजा के बाद कन्याओं को दक्षिणा, वस्त्र या कोई उपयोगी उपहार देकर विदा करें। इस तरह के प्रसाद से न केवल पूजा पूरी होती है, बल्कि घर में लक्ष्मी का आगमन भी होता है, जिससे सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
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