Amer Kadke Namkeen:  जब भी आप नमकीन के बारे में सोचते हैं तो आपके दिमाग में सबसे पहले बीकानेरी भुजिया ही आती है। लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी नमकीन के बारे में जो बीकानेर की भुजिया से भी पुरानी है। हम बात कर रहे हैं आमेर के कड़के की। इन्हें स्थानीय रूप से मोटे सेव कहा जाता है। 

रुक जाती थी शाही सवारियां 

ऐसा कहा जाता है जब शाही सवारियां आमेर चौक से गुजरती थी तब इन ताजी बनी नमकीन की खुशबू शाही काफिलों तक भी पहुंच जाती थी। उसके बाद यह शाही सवारियां इस नमकीन का स्वाद देने के लिए कुछ देर के लिए रुक जाती थी। 

सात तरह की वैरायटी 

यह नमकीन सात किस्म में तैयार होती है। बेसन और पारंपरिक राजस्थानी मसाले का इस्तेमाल करके कड़के को सात तरह से बनाया जाता है। जैसे कि अजवाइन, लॉन्ग, जीरा, काली मिर्च, लहसुन, पुदीना। 

पारंपरिक मसाला मिश्रण 

आपको बता दे की राजस्थान में कोई भी अन्य जगह इस तरह की नमकीन इतनी वैरायटी में नहीं मिलती। सबसे लोकप्रिय लहसुन और पुदीना कड़के हैं। इसके स्वाद के पीछे का सीक्रेट यह है कि यह नमकीन आमेर के मीठे भूमिगत पानी और शुष्क जलवायु के अंदर ही बन सकती है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि आधुनिक कारखाने के विपरीत यहां पर हाथों से इस नमकीन को बनाया जाता है। पीढ़ी दर पीढ़ी वीडियो का इस्तेमाल करके कारीगर आज भी चलने का इस्तेमाल करके ही इस नमकीन को उबलते तेल में हाथ से तलते हैं।

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