Sikar Master Plan: राजस्थान सरकार के द्वारा सीकर विकास के लिए मास्टर प्लान की घोषणा की गई है। जिसमें सीकर को विकास की दिशा में आगे बढ़ाए जाने को लेकर एक मास्टर प्लान का ड्राफ्ट जारी किया गया है। इसके प्रस्तावित प्लान में नगर की सीमा को चार भागों में बांटा गया है। इस प्लान के ड्राफ्ट को देखे जाने के बाद सीकर के ग्रामीण लोगों के द्वारा मास्टर प्लान का जमकर विरोध किया जा रहा है। 

सीकर मास्टर प्लान को लेकर प्रदर्शन 

राजस्थान में सीकर के मास्टर प्लान -2041 की घोषणा किए जाने को लेकर विरोध किया जा रहा है। वहीं बता दें कि शुक्रवार को दासा की ढाणी, राधाकिशनपुरा, दुला की ढाणी के साथ चैनपुरा के किसानों ने मास्टर प्लान को लेकर जमकर प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। जिसमें किसानों के द्वारा नगर परिषद पर प्रदर्शन करके आपत्ति दर्ज करवायी जा रही है। इसको लेकर ही किसानों के द्वारा आयुक्त शशिकांत शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया है। 

खेती- पशुओं की रक्षा को लेकर विरोध 

इस प्लान के विरोध को लेकर किसानों ने बताया कि इस प्लान में उनकी कृषि भूमि को पार्क भंडारण, गोदाम के सात 18 मीटर चौड़ी सड़क, पौधशाला, फलोद्यान और सार्वजनिक उद्योग को सभी के उपयोग के लिए सुनिश्चित कर दिया गया है। जिससे उनकी ज्यादातर भूमि रिंग रोड निर्माण में आ रही है, वहीं बची जमीन बाकी के उपयोग के लिए चिन्हित कर दी गई है।

इस वजह से किसानों के पास न खेती के लिए जमीन बची और नहीं पशुपालन के लिए भूमि बची और वहीं गांव में मौजूद ज्यादातर लोग लघु कृषक है। इस मास्टर प्लान में जमीन चल जाने की वजह से उन किसानों को अपने परिवार के पालन- पोषण करने में समस्या आएगी। इस सभी बातों को मध्यनजर रखते हुए किसानों ने आपत्ति दर्ज करवाई थी। इसके बाद आपत्ति पर ध्यान न दिए जाने के बाद विरोध करना शुरू किया। 

25 जुलाई को होगा बड़ा आंदोलन

किसानों द्वारा आपत्ति दर्ज करवाकर इस प्लान को लेकर सर्वे कराने की मांग की जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि किसानों के द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि इसमें बिना सर्वे के प्लान में जमीनों को चिन्हित किया गया है। अब किसानों द्वारा अपना मुख्य प्रदर्शन 25 जुलाई को कोर्ट के सामने आयोजित किया जाएगा।

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