Rajasthan Biological Park Project :अलवर में प्रकृति और वन्य जीवन के शौकीनों के लिए खुशखबरी है। राजस्थान के लोगों के लिए खास बात यह है कि अलवर जिले में पहले से स्थापित सरिस्का टाइगर रिजर्व के कारण राजस्थान के लोगों के लिए एक अच्छी खबर आई है। अब इसी जिले के कटी घाटी क्षेत्र में एक नया बायोलॉजिकल पार्क विकसित किया जा रहा है। जहां पर्यटक जंगल सफारी का आनंद ले सकेंगे। जो पर्यटक अलवर घूमने के लिए आते हैं वो सरिस्का टाइगर रिजर्व में लायन सफारी में घूमने का भी आनंद लेते हैं। लेकिन अब बायोलॉजिकल पार्क बन जाने से लायन सफारी जैसा आनंद ले सकेंगे।
बॉयोलॉजिकल पार्क के लिए 25 करोड़ रुपए
राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में बायोलॉजिकल पार्क के निर्माण हेतु 25 करोड़ रुपये की धनराशि निर्धारित की है।इसके तहत डीपीआर तैयार करने के लिए क्षेत्र में सर्वे कार्य भी आरंभ हो चुका है। सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डीपीआर बनाने की समय सीमा 30 सितंबर तक दी गई है। इसके बाद इसका विवरण वन अधिकारियों के सुपुर्द कर देना है। टेंडर की औपचारिकता पूरी होने के बाद बायोलॉजिकल पार्क का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
विशेषज्ञों ने बताया कि डीपीआर बनने के बाद ही ये स्पष्ट हो पाएगा कि बायोलॉजिकल पार्क में लॉयन सफारी का कौन सा रूट होगा। कहां वन्य जीवों के लिए एनक्लोजर होगा। कहां अस्पताल बनेगा। डीपीआर में इन सबके लिए जगह निर्धारित करने का काम हो रहा है। इस प्रकार डीपीआर में ही चिन्हित करने के बाद उसी के अनुसार टेंडर निकाला जाएगा।
Zoo बनाने की भी तैयारी
डीएफओ के अनुसार डीपीआर बन जाने के बाद 8-10 महीने में निर्माण कार्य पूरा कर अगस्त 2026 में जनता के लिए बायोलॉजिकल पार्क खोल दिया जाएगा। बायोलॉजिकल पार्क 100 हेक्टेयर भूमि पर तैयार हो रहा है जिसमें 70 हेक्टेयर क्षेत्र में ग्रीनरी तैयार की जाएगी। शेष 30 हेक्टेयर में चिड़ियाघर बनाया जाएगा। इस पार्क को अलवर शहर के पास ही कटी घाटी से जयसमंद बांध के निकट ही बनाने की योजना है।
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