Government Hospital News: जेएलएन अस्पताल में पिछले 3 महीने से सोनोग्राफी के प्रिंटिंग रोल ही नहीं है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पर रहा है। मशीन खराब होने की वजह से मरीजों को बिना प्रिंट के ही जांच करके कागज पर लिख कर दिया जा रहा है। जिसे डॉक्टर नहीं मान रहे हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी उन मरीजों को हो रही है जिनके ऑपरेशन होने वाले हैं। क्योंकि मरीज के किस जगह पर पथरी है, शरीर में क्या परेशानी है यह सोनोग्राफी के प्रिंट से ही पता लगता है। 

प्रिंट के दौरान काले धब्बे आ रहे हैं

मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल में लगी सोनोग्राफी मशीन सोनी कंपनी की है जबकि उसकी प्रिंटिंग रोल सूजा कंपनी से मंगवाई गई। सोनाग्राफी की मशीन में सूजा कंपनी के रोल फिट नहीं बैठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि रोल की गुणवत्ता ठीक नहीं होने की वजह से प्रिंट के दौरान काले धब्बे आ रहे हैं। ऐसे में प्रिंट पूरी तरह गायब हो जाता है और फिर मरीज की रिपोर्ट हाथों से लिखनी पड़ रही है। बताया जा रहा है कि प्रिंटिंग रोल 3 महीने पहले खत्म हो गए थे।

सोनोग्राफी की रिपोर्ट न मिलने से परेशानी बढ़ रही है

इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने ऑप्शनल के तौर पर किसी और कंपनी की रोल मंगवाए लेकिन वह भी तकनीक रूप से उपयुक्त नहीं पाई गई। इस वजह से लगातार परेशानी बनी हुई है। ऐसे में मरीजों को कहना है कि सोनोग्राफी की रिपोर्ट न मिलने से परेशानी बढ़ रही है। वहीं मरीजों को इलाज के लिए बाहर रेफर किया जाता है तो ऐसे में हाथ से लिखी हुई रिपोर्ट डॉक्टर नहीं मान रहे हैं जिस वजह से उन्हें दोबारा जांच करानी पड़ रही है।  सोनोग्राफी रिपोर्ट जैसी जरूरी सुविधा में सुधार के लिए त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है।