Medical Innovation: जयपुर में हृदय रोगियों के लिए चिकित्सा जगत में एक बड़ी ही राहत देने वाली खबर सामने आई है। आपको बता दें कि अब मिनिमल इनवेसिव कार्डियक सर्जरी तकनीक के माध्यम से बिना हड्डी काटकर दिल की सर्जरी की जा सकेगी। इस नई तकनीक की मदद से मरीजों को अब बड़े चीरे, लंबे बेड रेस्ट और इन्फेक्शन के डर से निजात मिल सकेगी। निम्स अस्पताल में अब मिनिमल इनवेसिव कार्डियक सर्जरी तकनीक से वॉल रिप्लेसमेंट बाईपास और दिल में छेद जैसी सर्जरी बिना हड्डी काटे छोटे चीरे से हो सकेगी।

आधुनिक उपकरणों और कैमरे का इस्तेमाल किया जाता है

ऐसे में कार्डियक सर्जन डॉक्टर आर सी शेरावत ने बताया कि यह सर्जरी करने के लिए आधुनिक उपकरणों और कैमरे का इस्तेमाल किया जाता है। इससे रक्तस्त्राव व संक्रमण का खतरा कम हो जाता है और मरीज बहुत जल्दी ही रिकवर कर लेता है। वहीं एक्सपर्ट के मुताबिक इस नई मल्टी मॉडल एनेस्थीसिया तकनीक से दर्द नियंत्रण आसान हुआ है और वेंटिलेशन की जरूरत भी कम पड़ती है।

यह भी पढ़ें- Rajasthan Accident: बालोतरा में ट्रेलर-स्कोर्पियो में हुई टक्कर, 4 दोस्त जिंदा जले... घंटों रहा सड़क जाम

पहली बार इस तरह की तकनीक जयपुर में अपनी गई

वहीं अध्यक्ष डॉक्टर बलवीर सिंह तोमर ने बताया कि अस्पताल आधुनिक तकनीक से मरीजों को सबसे सुरक्षित और सटीक हृदय इलाज देने के लिए नियंत्रण कोशिश कर रहा है। आपको बता दें कि इस तरह की तकनीक जयपुर में पहली बार अपनी गई है। इससे अब शहर और आसपास के इलाकों के मरीजों को बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं होगी।