rajasthanone Logo
Jaipur Fireworks Burnt: दिवाली में करोड़ों लोगों के घर खुशियां आई, तो कुछ ऐसे भी लोग थे, जिन्हें दिवाली गहरा जख्म दे गया। राजधानी जयपुर में दिवाली पर आतिशबाजी के कारण 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।

Jaipur Fireworks Burn: दिवाली का त्योहार खत्म हो गया। देश के कोने-कोने में बहुत ही उत्साह के साथ लोगों ने त्योहार मनाया, लेकिन राजस्थान में सैकड़ों ऐसे लोग भी थे, जिन्हें यह दिवाली गहरा जख्म दे गया। उन जख्मों से लोग वर्षों तक नहीं उभर पाएंगे। दिवाली पर आतिशबाजी आम बात है, लेकिन इस आतिशबाजी में लोग घायल भी बड़ी संख्या में होते हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी दिवाली के मौके पर बड़ी संख्या में लोग घायल होकर एसएमएस अस्पताल पहुंचे हैं।

अस्पताल की सूझबूझ से हादसा टला

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजधानी जयपुर में दिवाली के मौके पर आतिशबाजी के कारण 100 से अधिक लोग घायल हो गए और इलाज के लिए एसएमएस अस्पताल पहुंचे। खास बात है कि एसएमएस अस्पताल में पहले ही दिवाली को लेकर यह विशेष इंतजाम किए गए थे की घायल लोगों को इलाज मिल सके। अस्पताल की दूर दृष्टिता के कारण लोगों को समय रहते इलाज मिल पा रहा है।

19-23 अक्टूबर के लिए थी खास तैयारी

बताते चलें कि अस्पताल प्रशासन ने पहले ही 19 तारीख से 23 तारीख तक के लिए एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में 24 घंटे के लिए डॉक्टर की टीम तैनात की थी, ताकि दिवाली पर जलने वाले, या फिर जख्मी होने वाले लोगों को फौरन इलाज मिल सके। अस्पताल का यह फैसला सही साबित हुआ है। क्योंकि दिवाली के मौके पर 100 से अधिक लोग जख्मी हो गए और इलाज के लिए एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। वहीं कुछ मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी भी दे दी गई है।

2 दिन में पहुंचे 113 मरीज

बताया जा रहा है कि 19 अक्टूबर को 14 मरीज आतिशबाजी में घायल होकर अस्पताल पहुंचे थे, जिनमें से तीन मरीजों को फिलहाल एडमिट किया गया है, जबकि अन्य मरीजों को प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया गया है। वहीं 20 अक्टूबर को यानी कल 99 मरीज घायल हुए और इलाज के लिए फौरन एसएमएस अस्पताल पहुंचे। उनमें से 20 मरीजों को अभी भी भर्ती रखा गया है, जबकि बाकी मरीजों को छुट्टी दे दिया गया है। 

5379487