Gaujo Ki Basti: राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तान के साथ भारत की सबसे लंबी सीमा रेखा है, जो लगभग 464 किलोमीटर लंबी है। राजस्थान का आखिरी गांव जो पाकिस्तान के बॉर्डर से लगा हुआ है, वहां आज भी बिजली - पानी की बेसिक सुविधाएं नहीं है। जहां के घर भी कच्चे हैं। लेकिन इस गांव को देखने पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं। आइए आपको बताते हैं इस गाँव के बारे में…

रेतीले टीलों पर बसा है गाँव
जैसलमेर के तनोट हाइवे पर बसे इस गांव को गजुओ की बस्ती कहते हैं। यह गाँव रेतीले टीलों पर बसा है। यह गांव पाकिस्तान की सरहद से लगा है इस कारण से यहां सेना के जवानों का जमावड़ा रहता है। इस गाँव को देखने विदेशों से भी पर्यटक आते हैं, लेकिन इस गाँव में सरकार की कोई भी सुविधा नहीं पहुंची है।

पानी के लिए तरसते हैं गांव के लोग
पाकिस्तान बॉर्डर से लगे गजुओ की बस्ती में करीब 150 लोग रहते हैं। यहां के लोग सदियों पीछे चल रहे हैं। गांव की खूबसूरती देखने तो लोग आते हैं लेकिन यहां मूलभूत आवश्यकताएं भी नहीं है। पानी के लिए महिलाओं को घूंघट में दूर - दूर तक भटकना पड़ता है। 

लाखों की संख्या में पहुंचते हैं पर्यटक
यह गांव आज भी पुराने दिनों की याद और पाकृतिक वादियों की सैर करा देता है। यही कारण है कि यहां हर साल लाखों की संख्या में लोग आते हैं। इस गाँव से पाकिस्तान के लोगों को भी आसानी से देखा जा सकता है। हालांकि पहलगाम की घटना के बाद से गाँव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। 

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कैसे पहुंच सकते हैं गजुओ की बस्ती?
यहां आने के लिए सबसे पहले जैसलमेर पहुंचना होगा। उसके बाद वहां से सड़क मार्ग से गजुओ की बस्ती पहुँच सकते हैं। सीमावर्ती गाँव होने के कारण यहां जाने से पहले नीय प्रशासन या सुरक्षा बलों से अनुमति लेना जरूरी है।