Rajasthan Second Largest Mountain: खाटू श्याम जी से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हर्ष पर्वत एक शांत और प्राकृतिक जगह है। यह पर्वत प्रकृति प्रेमियों को खूब पसंद आएगा। चाहे आप एक मुसाफिर हों, साधक हों या शांति की तलाश में हों, यह पर्वत आपको एक ऐसा अनुभव प्रदान करेगा जिसको आप जीते जी कभी नहीं भूल पाएंगे। आईए जानते हैं क्या है इस पर्वत की खास बात।
राजस्थान का दूसरा सबसे ऊंचा पर्वत
3100 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह पर्वत, राजस्थान का दूसरा सबसे ऊंचा पर्वत है। राजस्थान में होने के बावजूद भी यह काफी हरा भरा और खूबसूरत नजर आता है। घने जंगलों से होते हुए पहाड़ पर चढ़ते समय आपको ठंडी ठंडी हवाओं का अनुभव होगा। साथ ही आसपास आपको नीलगाय, चीतल और अन्य वन जीव भी देखने को मिल सकते हैं। यह जगह पारिवारिक पिकनिक और प्रकृति की सैर के लिए परफेक्ट है।
इस पर्वत पर आपको कोई भी दुकान या कोई भी शहरी व्यवस्था देखने को नहीं मिलेगी। यहां सिर्फ एकांत और घने जंगल ही हैं।
भगवान शिव का प्राचीन मंदिर
इस पहाड़ के ऊपर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर भी है। यहां पर एक पंचमुखी मूर्ति है जो राजस्थान में अपनी तरह की एकमात्र मूर्ति मानी जाती है। हर साल यहां पर कई भक्त आते हैं खासकर खाटू श्याम जी के दर्शन के बाद।
राजस्थान का स्वच्छ ऊर्जा स्थल
हर्ष पर्वत काफी प्राकृतिक तो है ही लेकिन साथ में यहां पर 7.02 मेगावाट की पवन ऊर्जा वाली पवन चक्कियां भी लगी हुई हैं। यह पवन चक्कियां देखने में तो काफी खूबसूरत लगती ही हैं साथ ही यह बिजली उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण होती है। इन्हीं पवन चक्कियों की वजह से ही आसपास के कई गांवों और बस्तियों में बिजली पहुंचती है। इन विशाल पवन टरबाइन को देखना काफी खूबसूरत नजर आता है।
ये भी पढ़ें- Rajasthan Government Transfer List: जल्द खत्म हो सकता है प्रशासनिक अधिकारियों का इंतजार, इन पदों पर होगी पदास्थापना