Jackal Rescue Operation: ग्राम पंचायत मोहब्बतपुरा में ग्रामीण और वन विभाग की मदद से एक उल्लेखनीय बचाव अभियान चलाया गया। दरअसल मोहब्बतपुरा में एक सियार गलती से डेढ़ सौ फीट गहरे सूखे कुएं में गिर गया था‌। इसके बाद उसे बचा लिया गया और सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ दिया गया। यह पूरी घटना रेनवाल मांझी में कौशल्या दास की भूमि में स्थित बावड़ी की है। जब ग्रामीणों को इस बात का पता लगा उन्होंने तुरंत वन विभाग को सूचित किया और सूचना मिलते ही वन विभाग में तुरंत कार्रवाई की। 

Jackal Rescue Operation

जब ग्रामीणों ने गहरे कुएं में सियार को फंसे हुए देखा तो उन्होंने तुरंत अपने विभाग को सूचित किया। मामले की गंभीरता को समझते हुए एक टीम जिसका नेतृत्व रेंजर सुशील कुमार यादव कर रहे थे बचाव करने के लिए तुरंत मौके पर पहुंची।

Jackal Rescue Operation

सबसे पहले कुएं की गहराई को पता किया गया और फिर इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में जाल और रस्सी की मदद से बचाव अभियान शुरू किया गया। वन मित्र किशन लाल योगी रस्सी के सहारे से कुएं में उतरे और उन्होंने सावधानी से सियार को जाल में बांधकर सुरक्षित तरीके से सतह पर पहुंचा। 

मेडिकल चेकअप कराया गया 

बचाव अभियान पूरा होने के बाद सियार की मेडिकल जांच भी की गई ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि उसे कोई चोट तो नहीं लगी है‌। जब उसके स्वास्थ्य की पुष्टि हो गई उसके बाद उसे उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया। यह पूरा अभियान टीम वर्क का एक सफल नतीजा था।

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इस बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों में वन रक्षक चमेली बैरवा, टेक्नीशियन रतन लाल योगी और टीम के सदस्य जितेंद्र यादव मदुराम रैबारी और चंदा लाल रेगर शामिल थे। यह बचाव वन विभाग की बहादुरी और ग्रामीणों की सूझबूझ को दर्शाता है। ग्रामीणों की  प्रतिक्रिया और वन विभाग के समर्पण की वजह से ही सियार का बचाव हो पाया है।

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