First Interstate Tiger Translocation: न्यू ईयर 2026 से पहले जयपुर में एक तीन वर्ष की बाघिन का जोरदार स्वागत किया गया है। ऐसा पहली बार हुआ, जब जयपुर एयरपोर्ट पर बाघिन को लेकर किसी हेलीकॉप्टर से उतर गया। बूंदी के रामगढ़ विषधारी रिजर्व में 3 साल की बाघिन को छोड़ा गया। बताया जा रहा है इस बाघिन को मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व से लाया गया है।
यह खबर थोड़ी रोचक इसलिए है, क्योंकि आमतौर पर देखा जाता है कि हेलीकॉप्टर से सेलिब्रिटी, बड़े राजनेता या उद्योगपति आते जाते हैं, लेकिन रविवार रात 10:00 बजे यहां पहली बार एक विशेष मेहमान का स्वागत किया गया है, जो कि किसी प्राइवेट चार्टर की बजाय एयरफोर्स के विशेष हेलीकॉप्टर से उतरी। इसकी सूचना मिलते ही एयरपोर्ट प्रबंधन से लेकर सुरक्षा एजेंसियां तक को अलर्ट कर दिया गया। वहीं इस बाघिन को तुरंत एयरपोर्ट पर उतारकर वन विभाग के विशेष वाहन में शिफ्ट किया गया और सड़क के मार्ग से उन्हें गंतव्य तक पहुंचाया गया।
राजस्थान में पहली बार किसी राज्य से लाया बाघिन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मध्य प्रदेश से बाघिन जैसे ही जयपुर पहुंची, वन विभाग की टीम उसे लेकर सड़क मार्ग से बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के लिए रवाना हो गई। देर रात उसे वाहन से सुरक्षित पहुंचाया गया और आज सुबह टाइगर रिजर्व में उसे छोड़ दिया गया। राजस्थान का पहला अंतर राज्य टाइगर ट्रांसलोकेशन है। इससे भी खास बात यह है कि राजस्थान में किसी अन्य राज्य से बाघिन को लाकर बसाने का यह पहला मामला है।
कुल 5 बाघिन लाई जाएगी जयपुर
वन विभाग के अधिकारी ने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है, अभी कुल पांच बाघिन लाई जाएगी, जिसमें मध्य प्रदेश से तीन बाकी और महाराष्ट्र से दो बाघिन लाई जानी है। बाघिन को लेकर जो टाइगर रिजर्व क्षेत्र है, वह बजरिया इलाके में एक हेक्टेयर की भूमि पर बना है। यहीं इस बाघिन को छोड़ा गया। पेंच टाइगर रिजर्व में उसे ट्रेंकुलाइज करने के बाद रेडियो कॉलर लगाएंगे। इसके साथ ही एआई बेस्ड कैमरे और सेंसर की मदद से उनकी गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जाएगी।









