Chomu Hinsa: 25 दिसंबर की रात चौमूं के लोगों और पुलिस प्रशासन के लिए बेहद खौफनाक रही। ये वही रात थी, जब एक मस्जिद विवाद को लेकर हजारों लोग सड़क पर उतर आए और पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। इस विवाद को लेकर आज हम आपको ऐसी एक्सक्लूसिव जानकारी देने वाले हैं, जिससे पूरे मामले से पर्दा उठ जाएगा।
एक रिकॉर्डिंग से खुला मामले से पर्दा
आपको जानकर हैरानी हो सकती है, लेकिन इसके लिए चौमूं का लोकल प्रशासन स्वयं जिम्मेदार है। एक रिकॉर्डिंग के सामने आने से इस मामले का खुलासा हो गया है। मस्जिद के आगे सड़क की जमीन 100 फीट चौड़ी है, लेकिन मस्जिद ने 20 फीट जमीन पर अतिक्रमण कर रखा था। इस स्थान पर काफी एक्सीडेंट हुआ करता था। इसी को लेकर लोगों ने इसकी शिकायत प्रशासन को दी। पुलिस की टीम मस्जिद पर पहुंची और मुस्लिम पक्ष के लोगों को अतिक्रमण हटाने के लिए कहा। लेकिन वे नहीं माने।
'प्रशासन की देखरेख में पक्का हो रहा था मस्जिद'
इसके बाद प्रशासन ने कहा कि आप आगे सड़क से अतिक्रमण हटाइए, इसके बदले में हम आपको मस्जिद के साइड में जगह देंगे। इस पर वे लोग मान गए। इसके बाद प्रशासन की टीम खुद खड़े होकर मस्जिद के साइड खाली जगह पर लोहे का एंगल लगवा रही थी। इसके बाद दूसरे धर्म के लोगों ने फिर से इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दी कि प्रशासन की टीम खुद मस्जिद को जमीन सौंप रहा है और उसे घेराबंदी भी करा रहा है।
पथराव पर क्यों उतर आए
शिकायत मिलने के बाद लोकल प्रशासन पर उच्च अधिकारियों से दबाव बना और इस अतिक्रमण को ना सिर्फ रोकने के लिए कहा गया, बल्कि साइड में जो जगह मुस्लिम पक्ष के लोगों को दी जा रही थी, उसे भी वापस लेने की बात कही गई और पत्थर हटाने के लिए कहा। इसी पर मुस्लिम पक्ष के लोग गुस्सा हो गए। उन्होंने कहा कि पहले हमें आगे सड़क से हटवाया गया ये बोलकर की हम आपको साइड में जगह देंगे। अब हमें साइड से भी हटाया जा रहा है। इसी को लेकर मुस्लिम पक्ष के लोग लोकल प्रशासन पर गुस्सा हो गए और हिंसा पर उतर आए।