Rajasthan: राजस्थान में आज से यानी 2 जुलाई से आगामी चार दिनों तक कृषि उपज मंडियां बंद रहेगी। दरअसल राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के कहने पर राज्य के व्यापारियों ने हड़ताल करने का फैसला लिया है। इसके चलते प्रदेश की कुल 247 कृषि मंडियां पूरी तरह से बंद रहेंगी और इन चार दिन तक कोई खरीद बिक्री नहीं हो सकेगी।
मंडी प्रशासन को भेजा ज्ञापन
इस संबंध में मंगलवार को सुमेरपुर व्यापार संघ के अध्यक्ष पुखराज सोलंकी व सचिव जितेंद्र अग्रवाल द्वारा मंडी प्रशासन व उपखंड अधिकारी को ज्ञापन भेजा गया। इसके तहत कृषक शुल्क व मंडी सेस को खत्म करने की मांग की गई है। गौरतलब है कि सरकार द्वारा कृषि जिंसों पर एक प्रतिशत का कृषक कल्याण शुल्क लेती है, पहले सरकार की ओर से आधा प्रतिशत शुल्क लिया जाता था, लेकिन इसे एक जुलाई से एक प्रतिशत कर दिया गया है। ऐसे में उपभोक्ताओं पर भी महंगाई का बोझ पड़ता है। इसकी वजह से किसानों को उनकी फसल का पूरा दाम नहीं मिल पाता है।
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2 जुलाई से 5 जुलाई तक रहेगी हड़ताल
हाल ही में 23 जून को राजधानी जयपुर में राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें 2 जुलाई से 5 जुलाई तक हड़ताल करने का फैसला लिया गया था। संघ के चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने जानकारी दी कि सरकार के सामने कई बार ये मांगें रखी गई है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। जिसके बाद अब राज्य में हड़ताल करने का फैसला लिया गया है।
ये हैं मुख्य मांगें
1. आगामी तीन साल तक कृषक कल्याण शुल्क आधा प्रतिशत होना चाहिए।
2. प्रदेश के बाहर से आने वाली उपज पर मंडी सेस व कृषक कल्याण टैक्स नहीं लगना चाहिए।
3. शुगर पर टैक्स खत्म कर देना चाहिए।
4. दुकानों को सस्ती दर पर मालिकाना हक मिलना चाहिए।
5. दुकानों का तुरंत पुन: निर्माण कराना होगा।
6. बीकानेर, टोंक, खेरली, नोखा और गंगापुर सिटी आदि मंडियों की दुकानों से जुड़ी परेशानियों का हल निकाला जाए।
7. नई मीलों को भी पुरानी जैसी छूट मिलनी चाहिए।
8. एमनेस्टी स्कीम लागू होनी चाहिए।