rajasthanone Logo
Ranjka Fodder : हरे रंजका चारे का इसके उपयोग मात्र से ही बाल्टी पर दूध मिलेगा। इस चारे को अन्य प्रकार के चारे के साथ मिक्स करके खिलाया जाता है।

Ranjka Fodder: रंजक भारत हमेशा से एक कृषि प्रधान देश रहा है। भारत में लगभग 45% लोग कृषि पर आश्रित है। यहां पशुपालन भी बड़े पैमाने पर की जाती है। पशुओं को खेती का अभिन्न हिस्सा माना जाता रहा है। अगर हम ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो यहां लोग पशुपालन दूध उत्पादन के लिए करते हैं। लेकिन गर्मी के मौसम आते ही परेशानी बढ़ जाती है। गर्मी के मौसम में पशुओं की देखभाल करना चुनौती पूर्ण हो जाता है। दूध उत्पादन की भी क्षमता कम हो जाती है। लेकिन एक ऐसा भी चारा है जिसको पशुओं को खिलाने से दूध उत्पादन की क्षमता बढ़ जाती है। बात कर रहे हैं हरे रंजका चारे का इसके उपयोग मात्र से ही बाल्टी पर दूध मिलेगा। 

रंजका चारे से मिलेगी अब बाल्टी भर दूध

गर्मी के मौसम में यह चारा पशुओं को राहत पहुंचाती है। इस चारे में आवश्यक पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। इस चारे की बुआई सरसों के फसल के साथ की जाती है। यह चारा कम समय में अधिक उपज देती है। जो पशुओं के लिए बेहद लाभदायक मानी जाती है। इसको तैयार होने में 2 से 3 महीने का वक्त लगता है। इसमें फाइबर,प्रोटीन,खनिज एवं कई तरीके के विटामिन पाए जाते हैं। इस चारे को अन्य प्रकार के चारे के साथ मिक्स करके खिलाया जाता है।

रंजका चारे से पशु बनेंगे चुस्त और दुरुस्त 

रंजका चारे के सेवन से पशु को ऊर्जा मिलती है साथ ही इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है। गर्मी के मौसम आते ही पशुओं के अंदर सस्ती पकड़ने लगती है। रंजका चारे के उपयोग करने से पशु एक्टिव हो जाते है। इससे दूध उत्पादन की क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है।

रंजका चारा सस्ता और किफायती

यह चारा छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। इस चारे का उत्पादन बिल्कुल सस्ता है। यही कारण है कि अब छोटे वर्ग के किसान इसे अपना रहे हैं। 

ये भी पढ़ें...अब थमेगी तपिश, राजस्थान में मौसम ने बदली करवट... जानें आज के मौसम का मिजाज

5379487