Bharatpur Street Light Crisis: बयाना में शाम ढलते ही सड़कों और कॉलोनियों में अंधेरा छा जाता है। बार-बार शिकायतें और जन अपील करने के बावजूद भी नगर निगम प्रशासन गहरी नींद में सोया हुआ है। इस वजह से सड़कें और मोहल्ले अंधेरे में डूबे हुए हैं। आपको बता दें कि दमदमा रोड और गौरव पथ जैसे इलाकों में स्ट्रीट लाइट काफी लंबे समय से खराब पड़ी हैं। इस वजह से बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को अंधेरी सड़कों में छिपे गढ्ढों के वजह से चोट लगने का खतरा बना हुआ है।
अधिकारियों ने संकट को स्वीकार किया
पूर्व पार्षद गौरव शर्मा ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि अलग-अलग वार्डों में ज्यादातर स्ट्रीट लाइट खराब हैं। इतना ही नहीं बल्कि कई जगह पर तो खंभों पर भी लाइट नहीं लगाई गई है। पार्षद अनुराधा शर्मा ने भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम के कर्मचारी जानबूझकर कॉलोनी से खराब लाइट को दोबारा लगाए बिना ही हटा देते हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा रखरखाव के लिए हर महीने लाखों रुपए देने के बावजूद भी सड़के अंधेरे में डूबी रहती हैं।
इसी के साथ पार्षद डॉक्टर शैलेंद्र गुर्जर ने कुछ विशिष्ट समस्या ग्रस्त क्षेत्र की तरफ ध्यान देते हुए बताया कि सुभाष चौक से लेकर मीराना रोड तक स्ट्रीट लाइटें कई महीनों से खराब हैं। बामड़ा हनुमान मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को बिना रोशनी वाले रास्तों से होकर जाना पड़ता है।
जनता में बढ़ती निराशा
इस स्थिति की वजह से निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और उनकी निराशा बढ़ती जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर स्ट्रीट लाइट के रखरखाव पर हर महीने लाखों रुपए खर्च हो रहे हैं तो सड़के अभी भी अंधेरी क्यों हैं। अभी कुछ ही समय में दिवाली का त्यौहार आने वाला है। ऐसे में इस स्थिति को लेकर काफी ज्यादा चिंता बनी हुई है।
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