BSF: राजस्थान के कई इलाके पाकिस्तांत की बॉर्डर से जुड़े हुए हैं। इन इलाकों पर लोगों की सुरक्षा के लिए लगातार बीएसएफ के जवान तैनात रहते हैं। सैनिकों के साथ देश के डॉग्स भी लोगों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे बॉर्डर पर तैनात रहते है। उन्हें जवानों के साथ पाकिस्तान से सटे राजस्थान और गुजरात के बॉर्डर पर तैनात किया जाता है।
ट्रेंड डॉग्स का पहला बैच तैयार
बीएसएफ बीकानेर में 100 ट्रेंड डॉग्स का पहला बैच तैयार हो चुका है। इनकी तैनाती गुजरात पाक बॉर्डर के सटे भुज में, राजस्थान और पाकिस्तान की सीमा वाले इलाके जैसे बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर व श्रीगंगानगर में विभिन्न बटालियनों में जवानों के साथ तैनात किया जाएगा। गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के समय जवानों के साथ इन डॉग्स ने भी पेट्रोलिंग में अपना योगदान दिया था। इस दौरान उन्हें 24 घंटे बॉर्डर पर तैनात किया गया था।
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इसलिए किया जाता है ट्रेंड
इन डॉग्स को सीमा पर मादक पदार्थ की पहचान करने, एक्सप्लोसिव खोजने, दुश्मनों पर हमला करने और अपराधियों को पकड़ने की खास ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ ही उन्हें राइफल छीनने के लिए भी खास तैयारी कराई जाती है। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल टेकनपुर की तर्ज पर बीकानेर में डॉग्स ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत की गई थी। फिलहाल इस सेंटर में 60 डॉग को ट्रेंनिंग दी जा रही है।
प्रतिदिन होती है आठ घंटे की ट्रेनिंग
बीकानेर में इन 60 डॉग्स की प्रतिदिन आठ घंटे ट्रेनिंग कराई जा रही है। इसमें जर्मन शेफर्ड, रामपुर होंड, लेब्राडोर समेत अन्य नस्लों के डॉग्स शामिल हैं। डिप्टी कमांडेंट डॉ. चौपल ने जानकारी दी ट्रेनिंग सेंटर में सभी डॉग्स को अलग प्रकार की ट्रेनिंग की दी जाती है। सुबह 4 बजे से उनकी ट्रेनिंग शुरू कर दी जाती है और रात 11 बजे तक उन्हें अपराधियों को पकड़ने और दुश्मन पर हमला करने की तैयारी कराई जाती है। उन्होंने आगे बताया कि एक साल पहले मादा डॉग्स ने लगभग 30 बच्चों को जन्म दिया था, जो अब बड़े हो गए हैं। जन्म के 6 माह बाद ही उनकी ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई थी।