Rajasthan Politics: राजस्थान के चर्चित नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र गुढ़ा आज यानी गुरुवार को एक बार फिर चर्चा में आ गए। कल यानी बुधवार को राजेंद्र गुढ़ा सिंधी कैंप स्थित राजपूत हॉस्टल में गेट बंद होने के कारण दीवार बांधकर अंदर गए थे और वहां के विद्यार्थियों से मुलाकात कर परेशानी समझी थी। अब आज गुढ़ा राजपूत सभा भवन पहुंचे और कथित अनियमितताओं को लेकर अपने समर्थकों के साथ जमकर नारेबाजी हुई।
समर्थकों संग धरने पर बैठे गुढ़ा
इस दौरान पूर्व मंत्री गुढ़ा ने हॉस्टल के संचालक पर कई आरोप लगाए और कहा कि यह गरीब और मध्यम वर्ग छात्रों के लिए शोषण का केंद्र बनकर रह गया है। दूसरी ओर राजपूत सभा के पदाधिकारी ने गुढ़ा के तमाम आरोपों को निराधार बताया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को गुढ़ा जब राजपूत सभा भवन पहुंचे, इसकी खबर जैसे ही समर्थकों को मिली। यहां उनके समर्थक एकत्रित हो गए। गुढ़ा के पहुंचते ही भवन परिसर में उनको लेकर नारेबाजी शुरू हो गई। इसके बाद गुढ़ा अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए।
'व्यवस्था के नाम पर मिल रहा धोखा'
मीडिया से बातचीत में राजपूत सभा भवन के अध्यक्ष पर मनमानी और अनियमितताओं के आरोप लगाए। गुढ़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि हॉस्टल परिसर को कंटीले तारों से घेरा गया है, जिससे कि वह किसी जेल की तरह लगता है। इस हॉस्टल के विद्यार्थियों से यहां रहने के लिए 50-50 हजार रुपये लिए जाते हैं, लेकिन व्यवस्था के नाम पर सिर्फ धोखा दिया जा रहा है।
राजपूत भवन के कंट्रोल में हॉस्टल
उन्होंने कहा कि छत पर जाने के लिए सीढ़ियां भी बंद कर दी गई है। कई कमरों की खिड़कियों के पास सड़क पर बसें खड़ी रहती है, जिसके कारण शोरगुल का माहौल बना रहता है। विद्यार्थी ऐसे में परीक्षा की तैयारी कैसे कर सकेंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाए बस संचालकों से कमीशन लिया जाता है। बताते चलें कि हॉस्टल का संचालन पहले एक ट्रस्ट किया करता था, लेकिन बाद में इसे राजपूत भवन ने अपने कंट्रोल में ले लिया। इसके बाद ऐसी उम्मीद की गई थी की व्यवस्थाओं में सुधार होगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।