Rajasthan Politics: राजस्थान में कांग्रेस संगठन मजबूती और पुनर्गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसी क्रम में पार्टी ने 50 में से 40 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है। आपको बता दे नियुक्ति सूची में टिकट वितरण और संगठन स्तर पर सक्रिय युवा नेताओं को प्राथमिकता दी गई है। वहीं पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट समर्थकों का पूरा ध्यान रखा गया है। समर्थकों की तरफ से मिले फीडबैक के मुताबिक डोटासरा के 18, गहलोत के 9 और पायलट के पायलट के 8 समर्थकों को अध्यक्ष के जिम्मेदारी दी गई है।

दीनदयाल बैरवा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी ही पार्टी को घेरा

वहीं दौसा के कांग्रेस विधायक दीनदयाल बैरवा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी ही पार्टी को घेरा है। उन्होंने नियुक्ति का जारी होने के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि राहुल गांधी जी के संगठन सृजन अभियान का दौसा में क्या हुआ? दौसा से रामजीलाल ओड लगातार तीसरी बार जिला अध्यक्ष बनाया है। प्रदेश कांग्रेस में संगठन के मुताबिक से राजस्थान को 50 जिलों में बांटा है, लेकिन जयपुर शहर रामसमंद, बारां, झालावाड़ और प्रतापगढ़ में अभी भी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति होना बाकी है।

दौसा जिले में समर्थन और समीकरण को लेकर चर्चा तेज

वहीं दौसा जिले में समर्थन और समीकरण को लेकर चर्चा तेज हो गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पायलट वर्तमान में टोंक से विधायक हैं। दौसा और अजमेर में सांसद रहे हैं। दौसा में उनके समर्थक और तीसरी बार अध्यक्ष बना दिया गया है। टोंक में सैयद सईदी को जिम्मेदारी दी है, जो यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। सैयद सऊद सईदी पायलट के साथ हैं। अजमेर शहर से गहलोत समर्थक राजकुमार जयपाल और ग्रामीण से डोटासरा समर्थक विधायक विकास चौधरी को जिलाध्यक्ष बनाया है।