Aravali Controversy: राजस्थान समेत देशभर में अरावली पर्वत श्रृंखला का मामला जोरों शोरों से गूंज रहा है। इसको लेकर राजस्थान में अलग ही माहौल बना हुआ है। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने हाल ही में अपने ट्विटर हैंडल का प्रोफाइल पिक्चर बदलकर अरावली बचाओ का प्रोफाइल पिक्चर लगा दिया था। अब इसको लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अशोक गहलोत को ट्विटर मास्टर बताया और कहा कि अब गहलोत का जादू नहीं चलेगा।

ट्विटर मास्टर का जादू फीका पड़ा- सीएम

मुख्यमंत्री ने गहलोत पर तीखा हमला बोला है और कहा कि वह झूठी अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं। अरावली पर्वतमाला के साथ किसी भी तरह का छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयानों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वह ट्विटर मास्टर बन गए हैं, जिनका प्रभाव फीका पड़ गया है। अब उनका जादू बिल्कुल नहीं चलेगा और अपने कर्मों का भुगतान भी करना होगा।

'कांग्रेस ने बदली अरावली की परिभाषा'

सीएम ने आगे कहा कांग्रेस सरकार ने तो अरावली क्षेत्र के पहाड़ों तक को नहीं बक्शा। 2002-03 और 2009-10 के दौरान अरावली पर्वत की परिभाषा कांग्रेस ने ही बदली और इस समय क्षेत्र में खनन के कई पट्टे जारी किए गए। इसलिए आप लोग झूठी अफवाहों पर ध्यान न दीजिए। नागरिकता संशोधन अधिनियम के वक्त भी कांग्रेस ने अनावश्यक अशांति और गलत सूचना लोगों को फैलाई थी, लेकिन सरकार ने सफलतापूर्वकों से लागू किया।