Benefits Of Silver For Kids: आपने अक्सर छोटे बच्चों के गले, हाथ और पैरों में चांदी के जेवर जैसे कंगन और चूड़ियां आदि देखी होंगी। छोटे बच्चों को इस तरह के गहने पहानाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इसके पीछे धार्मिक मान्यता होने के साथ ही वैज्ञानिक कारण भी हैं। चांदी में कुछ अनोखे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए लाभदायक होते हैं। कहा जाता है कि छोटे बच्चों को चांदी के गहने पहनाने से उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
चांदी में पाए जाते हैं प्राकृतिक गुण
बता दें कि चांदी में शरीर को ठंडा रखने के प्राकृतिक गुण पाए जाते हैं। बच्चे अधिक गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाते। ऐसे में गर्मी के दिनों में चांदी की मदद से बच्चों का शरीर ठंडा रहता है। इसके साथ ही चांदी बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित होती है। चांदी में बैक्टीरिया और वायरस नष्ट करने की प्राकृतिक क्षमता होती है। इसके कारण बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सकती है।
शरीर की रक्षा करती है चांदी
कई बार छोटे बच्चों को खेलते समय छोटी-मोटी चोट लग जाती है। ऐसे में चांदी से बनी चीज शरीर की रक्षा करने में सहायक होती हैं। इससे त्वचा से संबंधित समस्याएं भी कम हो सकती हैं। शरीर में रक्त का संचार सही ढंग से होता है। रक्त संचार सही होने से बच्चों का शारीरिक विकास बेहतर होता है। बच्चों का विकास सही तरीके से होता रहे, इसके लिए उन्हें चांदी के गहने पहनाना चाहिए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी में मानसिक तनाव को कम करने की शक्ति होती है। इससे बच्चों का मन शांत और खुश रहता है। चांदी नींद को भी प्रभावित करती है। बच्चों को आरामदायक और अच्छी नींद आती है। अच्छी नींद लेने के कारण उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है। साथ ही उनके चिड़चिड़ेपन को भी काम करने में मदद मिलती है।
चांदी पहनने से शरीर से नेगेटिविटी दूर होती है और पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है। इससे बच्चे एक्टिव और खुश रहते हैं। वहीं बच्चों के विकास में भी चांदी पहनने का असर देखने को मिलता है। बच्चों को चांदी के कंगन और चेन देने की परंपरा सिर्फ सुंदरता के लिए ही नहीं बल्कि उनके स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होती है।
क्यां है मान्यताएं?
ऐसा माना जाता है कि बच्चों को चांदी पहनाने से बुरी नजर दूर होती है। यह परंपरा कई पीढियों से चली आ रही है। बड़े-बुजुर्ग लोगों का मानना है कि इससे बच्चों को बुरी शक्तियों से बचाने में भी मदद मिलती है। साथ ही उनके पास से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है।
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