Rajasthan Jobs: राजस्थान लोक सेवा आयोग के नए परीक्षा नियम की वजह से प्रतिष्ठित राजस्थान प्रशासनिक सेवा सहित प्रमुख भर्ती परीक्षा में हजारों अभ्यर्थियों को अयोग्य करार कर दिया गया है। इस नियम के मुताबिक अभ्यर्थियों को पांच विकल्पों में से किसी एक को चुनकर सभी प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। इसमें उत्तर के बारे में अनिश्चित लोगों के लिए एक विशेष पांचवा विकल्प भी शामिल है। इस दिशा निर्देश की अनदेखी करने की वजह से कई अभ्यर्थी एसडीएम, डीएसपी, प्रशासनिक अधिकारी, इंजीनियर और व्याख्याता बनने का अपना सुनहरा मौका गंवा बैठे हैं।
आरएसएस प्रारंभिक परीक्षा में बड़े पैमाने पर अयोग्यताएं
2023 में आयोजित आरएसएस प्री परीक्षा में 19348 अभ्यर्थियों के मुख्य परीक्षा के उत्तीर्ण होने के बावजूद भी 1920 अभ्यर्थियों को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। ठीक इसी तरह 2025 को आयोजित आरएएस प्री परीक्षा में सुनहरा मौका गावां बैठे। क्योंकि उन्होंने 10% से ज्यादा प्रश्नों के उत्तर अंकित नहीं करे थे। आरएएस भर्ती की घोषणा मूल रूप से 733 पदों के लिए की गई थी। बाद में इसके पद बढ़ाकर 1096 कर दिए गए थे। इसके बाद उम्मीदवारों के लिए यह नुकसान और भी ज्यादा हो गया था।
विभिन्न परीक्षाओं पर प्रभाव
यह प्रवृत्ति सिर्फ आरएएस के अलावा बाकी प्रमुख परीक्षाओं तक भी फैली:
आरओ-ईओ परीक्षा: इस परीक्षा में 1,20,574 प्रतिभागियों में से 300 उम्मीदवारों को नियम का पालन न करने की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
प्रोफेसर एवं कोच परीक्षा (हिंदी): इस परीक्षा में 740 उम्मीदवारों ने अपनी पात्रता को दी थी।
प्रोफेसर एवं कोच परीक्षा (अंग्रेजी): 183 उम्मीदवारों को इसमें अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
यह नियम क्यों लाया गया
दरअसल पहले उम्मीदवार प्रश्नों के उत्तर नहीं दे सकते थे। लेकिन प्रोफेसर प्रतियोगी परीक्षा के बाद आरपीएससी को कई खाली ओएमआर शीटें मिली। इसके बाद कदाचार की चिंताएं भी बढ़ गई। 2023 को आयोग द्वारा यह नियम लागू किया गया कि उम्मीदवारों को सभी प्रश्नों के उत्तर देने होंगे जिसमें अनिश्चित होने पर पांचवा विकल्प चुनना भी शामिल हैं।
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