Stop Diarrhea Campaign : दस्त जैसी मामूली बीमारी से हजारों बच्चे अपनी जान गवा देते हैं। राजस्थान में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु को रोकने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है। सीकर जिले समेत पूरे प्रदेश में 1 जुलाई से 15 अगस्त तक स्टॉप डायरिया कैंपेन अभियान चलेगा। अभियान का उद्देश्य है कि समय रहते हैं छोटे बच्चों को इलाज मिल सके और उनके अभिभावकों में डायरिया के प्रति जागरूकता फैल सके। जिस की मृत्यु दर कम हो। अभियान के तहत ओआरएस घोल और जिंक टैबलेट का वितरण किया जाएगा। यह सिर्फ एक स्वास्थ्य के प्रति मुहिम नहीं बल्कि बच्चों की जिंदगी बचाने की मुहिम है। 

स्टॉप डायरिया अभियान में कई विभागों की साझेदारी

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. अशोक महर्षि ने बताया कि इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग, पंचायतीराज और ग्रामीण विकास विभागों का सहयोग लिया जाएगा। यह एक अंतरविभागीय प्रयास होगा जिससे हर परिवार तक जागरूकता पहुंचाई जा सके।

ORS घोल और जिंक टैबलेट का निःशुल्क वितरण

इस अभियान के तहत लोगों को ORS घोल और जिंक टेबलेट फ्री में दिया जाएगा। इसके साथ ही 14 वर्ष तक के बच्चे के माता-पिता को ors घोल बनाने और जिंक टेबलेट के सही उपयोग के बारे में बताया जाएगा। लोगों में डायरिया रोकथाम के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी।

दस्त से बचाव के लिए ORS-जिंक कॉर्नर बनेंगे हर स्वास्थ्य केंद्र पर

जिला अस्पताल, आंगनबाड़ी केंद्र, सीएचसी,  मेडिकल कॉलेज, पीएचसी, सब-सेंटर पर ORS-जिंक कॉर्नर बनाए जाएंगे। और प्रचार के जरिए दस्त के लक्षण,कारण और उपचार के तरीकों को बताया जाएगा। जिससे कि लोग समय रहते हुए सतर्क हो सकें।

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