Diwali Safety For Pregnant Women : दिवाली का त्योहार खुशियों और उत्साह से भरा होता है, लेकिन इस दौरान गर्भवती महिलाओं को अपनी सेहत के प्रति विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता होती है। इस अवसर पर प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है और खानपान में मीठा और तला-भुना भोजन अधिक हो जाता है। जिससे सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय गर्भवती महिलाएं धुआं, तेज आवाज़ और अत्यधिक मिठाइयों से बचें, क्योंकि ये मां और होने वाले बच्चे दोनों के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं।

धुएं और पॉल्यूशन से बनाएं दूरी 

दिवाली के मौके पर प्रदूषण का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। जो गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। सांस लेने में दिक्कत, चक्कर आना और थकान जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में कोशिश करना चाहिए की पटाखों वाली जगह से दूर रहें। बाहर निकलते समय मास्क लगाकर निकले। 

स्ट्रेस से रहें दूर 

दिवाली के समय साफ सफाई किया जाता है जिस कारण से कई महिलाओं को स्ट्रेस होने लगती है और उनको थकान भी ज्यादा होती है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त नींद और आराम करना जरूरी हो जाता है। कोई भी फिजिकल वर्क करने से बचना चाहिए।

मीठा खाने से करें परहेज

दिवाली पर गर्भवती महिला मीठा का सेवन कर सकती है लेकिन खाने की मात्रा पर भी ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखना बेहद जरूरी है। उन महिलाओं को मीठे से परहेज करना चाहिए जिनका वजन पहले की अपेक्षा बढ़ा हुआ है।तली भुनी चीजों से भी परहेज करना चाहिए।

तले भुने खाने से सावधानी 

दिवाली के मौके पर तालिब हनी चीजों का प्रयोग ज्यादा किया जाता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को तली भुनी हुई चीज खाने से बचना चाहिए। जिससे कि उनको एसिडिटी की प्रॉब्लम हो सकती है या फिर पाचन तंत्र को भी नुकसान पहुंचता है।

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