JLN OPD Update: अजमेर के जेएलएन अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले लोगों को अब डॉक्टर को दिखाने के बाद जांच कराने अथवा दवा काउंटर से दवा लेने से पहले घंटों लाइन में लगकर पर्ची पर पंजीकरण कराने के झंझट से मुक्ति मिल गई है। जेएलएन अस्पताल प्रशासन ने यहां बढ़ती भीड़ और मरीजों/तीमारदारों की जगह-जगह लगने वाली लंबी कतारों को देखते हुए यह निर्णय लिया। इससे अब मरीज डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद सीधे जांच के लिए, अथवा मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा काउंटर पर दवा प्राप्त करने जा सकते हैं। जेएलएन अस्पताल प्रशासन द्वारा इस नई व्यवस्था को इसी शुक्रवार यानी बीस जून से लागू किया जा रहा है। जिसके मुताबिक अब जेएलएन अस्पताल के मरीजों को सिर्फ ऑफ़लाइन पर्ची पर ही पंजीकरण अर्थात रेजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।
जेएलएन हॉस्पिटल के कार्मिकों को दिये गये आवश्यक दिशा-निर्देश
मरीजों को सहूलियत देने के लिए जेएलएन हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए दिशा निर्देश भी जारी किए हैं। कंप्यूटर ऑपरेटर को भी निर्देश दिया गया है कि जिनकी पर्ची ऑनलाइन अप्लाई होती है उनके रजिस्ट्रेशन नंबर के लास्ट के 6 डिजिट दर्ज करें। साथ ही डॉक्टर ने मरीज के लिए कौन-कौन सी दवा और जांच लिखे है इसको भी दर्ज करना अनिवार्य है।
जेएलएन अस्पताल का हेल्प-डेस्क वन स्टॉप सॉल्यूशन –
इसके साथ ही जेएलएन अस्पताल में आपातकाल इकाई के ठीक बाहर चल रही ‘हैल्प-डेस्क’ पर अब चौबी घंटे यानि हर समय चार लोग मौजूद रहेंगे। कंप्यूटर ऑपरेटर्स रात के वक्त यहां से कहीं और नहीं जायेंगे। जेएलएन हॉस्पिटल के हेल्प-डेस्क पर कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ ही टेलीफोन ऑपरेटर, गार्ड और एंबुलेंस चालक भी हर वक्त उपलब्ध रहेंगे। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों को यहां से विदा किया जायेगा। बता दें कि एंबुलेंस चालक पहले गेट के साथ बनी केबिन में बैठते थे, पर अब वो हेल्प-डेस्क पर ही मिल जायेंगे। यहीं एक बोर्ड पर उनके नाम, मोबाइल नंबर के साथ ही उनकी वर्तमान ‘लोकेशन’ संबंधित ब्यौरे दर्ज होंगे, जिन्हें कोई भी देख सकता है। जेएलएन अस्पताल प्रशासन द्वारा आपातकालीन संपर्क के लिए नंबर भी जारी किया गया है।
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