Rajasthan Health Department: जेंडर टेस्ट पर नजर रखने और भ्रूण हत्या रोकने के लिए अब सोनोग्राफी मशीनों पर जीपीएस लगाएं जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सीकर जिले के सभी सोनोग्राफी सेंटर्स की गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जाएगी। अगर किसी सेंटर में अनियमितता पाई जाती है, तो तुरंत उसका रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया जाएगा।
ट्रैकर मशीन द्वारा रिकॉर्ड रखा जाएगा
आपको बता दें कि जिले में कुल 131 सोनोग्राफी सेंटर्स संचालित हैं, जिनमें से 122 प्राइवेट और 9 शासकीय हैं। इन सभी पर सोनोग्राफी मशीनों में जीपीएस-एक्टिव ट्रैकर लगा दिए गए हैं। यह ट्रैकर मशीन द्वारा रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसके साथ ही इससे यह भी पता चल सकेगा कि यह मशीन किस वक्त किस लिए और कहां इस्तेमाल की गई।
यह भी पढ़ें- Scrub Typhus: राज्य में तेजी से फैल रही ये बीमारी, लक्षणों के दिखते ही तुरंत करवाएं इलाज
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस व्यवस्था से लिंग परीक्षण जैसे अवैध कार्यों पर सख्ती की जा सकेगी। वहीं ट्रैकर के जरिए ली गई जानकारी सीधे कंट्रोल रूम तक पहुंचेगी और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत जांच की जाएगी। इसके साथ ही विभाग ने निर्देश दिए हैं कि गर्भवती महिलाओं से जांच के बाद सीधे संपर्क कर उनसे जानकारी ली जाएगी, ताकि यह पता चल सके कि सोनोग्राफी का इस्तेमाल केवल चिकित्सकीय जांच के लिए हो रहा है या नहीं। ऐसे में अधिकारियों का मानना है कि इस कदम के बाद से भ्रूण हत्या के मामले रुकेंगे और भ्रूण लिंग जांच करने वाले सेंटरों की पहचान आसान हो सकेगी।