Rajasthan Heatwave Project: शहरी क्षेत्र में बढ़ते तापमान और उसके बुरे असर को कम करने के लिए सीकर में बड़ा रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू होने जा रहा है। जयपुर की मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इसके लिए खास प्लान तैयार कर रही है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ अर्बन डेवलपमेंट की गाइडलाइन के मुताबिक हीटवेव के प्रभावों को समझने और उन्हें कम करने के लिए साइंस स्टडी की जाएगी। इस प्रोजेक्ट के लिए राजस्थान के पांच जिलों को चुना गया है। जिसमें सीकर भी शामिल है।
तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव रिकॉर्ड किया जा रहा है
आपको बताते चलें कि सीकर में पिछले कुछ सालों से तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव रिकॉर्ड किया जा रहा है। वहीं दिन और रात के तापमान में बहुत बड़ा अंतर, तेजी से बढ़ता क्षेत्र शहरी क्षेत्र और हर क्षेत्र की कमी को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है। इस कारण ही शिकार को पायलट जिले के रूप में चुना गया है। मिली जानकारी के मुताबिक एमएनआईटी के खास साइंस टीम जल्द ही सीकर आएगी। जहां सर्वे करने के बाद प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा।
गति नमी और इलाकों की गर्मी को लेकर अध्ययन होगा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शहर के बड़े क्षेत्र को इस बजट के लिए चिन्हित किया गया है। नगर परिषद द्वारा सांवली रोड क्षेत्र को चुना है। जहां सरकारी और निजी दोनों तरह की जमीन है। ऐसे में यहां आकर एक्सपर्ट तापमान हवा की गति नमी और इलाकों की गर्मी को लेकर अध्ययन करेंगे। यह पायलट प्रोजेक्ट सीकर शहर के लिए बड़ी राहत ला सकता है और भविष्य में अन्य शहरों को हीटवेव से सुरक्षा देने का एक मजबूत मॉडल तैयार कर सकता है।








