Rajasthan Unemployed Allowance: राजस्थान में जारी युवा संबल योजना में बेरोजगार युवाओं को हर महीने 4000 भत्ता दिया जाता है, लेकिन पिछले 5 महीने से 1.90 लाख बेरोजगार युवाओं का बेरोजगारी भत्ता अटका हुआ है। सरकारी योजना के जरिए बेरोजगार युवाओं को मिनिमम मदद की राशि मुहैया कराती है, लेकिन अब पिछले 5 महीने से कई जिलों के बेरोजगारों को यह भत्ता नहीं मिल पाया है।
पहले भी बेरोजगारी भत्ता रहा पेंडिंग
सोचने वाली बात है कि हाल ही में राजस्थान में चपरासी भर्ती के लिए परीक्षा हुआ, जिसमें करीब 25 लाख युवाओं ने आवेदन कर दिया। अब आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि राज्य में बेरोजगारी का क्या स्तर है। प्रदेश के करीब 2 लाख बेरोजगार भत्ते के लिए तरस रहे हैं। नए वित्तीय वर्ष प्रारंभ होने के बाद से ही अधिकांश जिलों में बेरोजगारों को भत्ता नहीं दिया गया है। पहले भी कभी दो महीने तक तो कभी 3 महीने तक बेरोजगारी भत्ता पेंडिंग रहा करता था।
किन जिलों के युवाओं को नहीं मिला भत्ता
गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2025-26 के बेरोजगारी भत्ते के भुगतान के लिए राजस्थान सरकार ने 850.2 करोड़ रुपए का बजट स्वीकार किया। इसमें जैसे-जैसे स्वीकृति मिलती जाएगी बेरोजगारी भत्ता जारी होता रहेगा। वर्तमान में जिन जिलों के बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला है। उनमें सीकर, राजस्वेंद्र नागौर, पाली, उदयपुर, अलवर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, चूरू, धौलपुर, हनुमानगढ़, जयपुर और प्रतापगढ़ सहित कई और जिलों के युवा भी शामिल है।
इन लोगों को 4,500 रुपये मिलता है भत्ता
बता दें कि बेरोजगार युवाओं को 4000 रुपये प्रति महीने बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है, तो वहीं ट्रांसजेंडर और महिला और दिव्यांगों को 4500 रुपए प्रति माह दिए जाने का प्रावधान स्वीकार किया गया है। सरकार के प्रावधान के अनुसार हर महीने अधिकतम 2 लाख बेरोजगारों को भत्ता दिया जाना है, वर्तमान में 1.9 लाख बेरोजगारों को इस भत्ते का लाभ मिल रहा है, लेकिन समय पर भत्ता नहीं मिलने से सभी बेरोजगार युवा परेशान हो रहे हैं।
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