Jaipur Doctors Protest : जयपुर में सुबह मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टर्स का विरोध प्रदर्शन सुर्खियों में रहा। ग्रुप-2 के डॉक्टर्स को सीधे एसोसिएट प्रोफेसर बनाए जाने की प्रक्रिया के खिलाफ शिक्षकों ने एकजुट होकर विरोध जताया। इस विरोध रैली के चलते सुबह करीब दो घंटे तक अस्पतालों की ओपीडी सेवाएं बाधित रहीं। रैली में एसएमएस अस्पताल से जुड़े विभिन्न हॉस्पिटल्स जनाना, महिला चिकित्सालय, गणगौरी, जे.के. लोन और सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के डॉक्टर्स भी शामिल हुए। डॉक्टर्स हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर सरकार के फैसले को वापस लेने की मांग करते दिखे।
डॉक्टर्स की ये है प्रमुख मांगें
डॉक्टरों ने मेडिकल एज्युकेशन में ग्रुप-2 के डॉक्टर्स की लेट्रल एंट्री न होने को लेकर विरोध जताया। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि एसोसिएट प्रोफेसर की बजाय असिस्टेंट प्रोफेसर से भर्ती की शुरुआत की जाए। सरकार की बनाई गई नीतियों को भंग करने की मांग की। भारती केवल RPSC के जरिए ही की जाए। पीजी डिग्री वालों को अनुभव के आधार पर ही असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भर्ती की जाए। फैकल्टी डॉक्टर की समय पर डीपीसी हो। कॉलेज में नियमित रूप से भारती लागू की जाए।
मुख्य प्रशासनिक भवन के सामने की नारेबाजी
रैली की शुरुआत एसएमएस अस्पताल के प्रशासनिक भवन से की गई। इसके बाद सभी डॉक्टर्स हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर रैली शुरू की। जो पहले SMS हॉस्पिटल से शुरू होकर धन्वंतरी, ट्रोमा सेंटर, चरक भवन होते हुए मेडिकल कॉलेज परिसर पहुंची।
फैकल्टी डॉक्टर्स का एसएमएस अस्पताल परिसर में विरोध जारी
विरोध प्रदर्शन लगातार 12 दिनों से किया जा रहा है। ग्रुप 2 के डॉक्टर के लिए एक नियम बनाया गया है। इनमें वह डॉक्टर शामिल है जो पहले सरकारी अस्पताल में काम कर चुके हो और उनका पीजी कंप्लीट हो चुका है। असिस्टेंट और एसोसिएट प्रोफेसर की भर्ती का नोटिफिकेशन जुलाई माह में ही जारी किया गया था। लेकिन अभी तक इसके लिए कोई भी आगे की कार्यवाही नहीं की गई है।
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