State Highway 114 Rajasthan : सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद राजस्थान में टोल वसूली का खेल जारी है। हाल ही में केरल मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने निर्देश दिया था कि जहां सड़कें खराब हैं, वहां टोल नहीं लिया जा सकता। लेकिन हकीकत इससे उलट है। अलवर से बहरोड़ को जोड़ने वाले स्टेट हाईवे-114 की हालत इतनी जर्जर है कि 78 किलोमीटर के इस रास्ते पर 534 गड्ढे और 52 स्पीड ब्रेकर गिनाए गए हैं। हालात यह हैं कि वाहन की रफ्तार 30 किमी प्रति घंटे से अधिक निकल ही नहीं पाती और लगातार नुकसान हो रहा है।
जर्जर हाईवे पर भी वसूला जा रहा टोल, ग्रामीणों में रोष
राजस्थान सड़क विकास निगम डहरा-शाहपुर, बडद व जखराना में तीन टोल नाकों पर टोल वसूल रहा है। सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि स्टेट हाईवे की सड़क की चौड़ाई सिर्फ 22 फिट ही है। रोड़ पर स्थित गांव बर्डोद, सोडावास, इंद्रा बस्ती, ततारपुर,बेरापुर की ढाणी, जिंदोली, डेहरा साहपुर, ततारपुर चौराहा, शामदा, आलनपुर, कारोड़ा, अजमेरीपुर और चांदोली स्टैंड की सड़क पर तो डामर ही नहीं बचा है।
स्टेट हाईवे करीब 1 साल से क्षतिग्रस्त हालत में है
स्टेट हाईवे 144 की स्थिति पिछले 1 साल से काफी जर्जर है। बारिश में इसकी स्थिति और भी बदतर हो जाती है। रोड मेंटेनेंस करने वाली एजेंसी भी इसका मेंटेनेंस नहीं कर पाती है। अलवर बहरोड़ टोल पर निकलने वाले वाहनों की संख्या रिकार्ड में आधी ही बता रखी है। ठेकेदार टोल में कमाई करते है। साल 2019 में इसका रिनोवेशन होना था लेकिन यह काम पूरा नहीं हुआ। इसलिए यह सड़के पूरी तरीके से खराब हो चुके हैं।
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