Rajasthan SIR Controversy: राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले SIR की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके तहत केंद्रीय सरकार सारे फर्जी वोटर को मतदाता सूची से हटाने और नए वोटर को जोड़ने का काम करती है। इससे पहले यह प्रक्रिया बिहार में लागू किया गया था, अब राजस्थान में इसे लागू किया गया है। कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया है कि BLO फर्जी तरीके से वोट काटने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस के इस आरोप पर प्रशासन ने जवाब दिया है।
कांग्रेस ने इस आरोप में क्या कहा था
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण पर कांग्रेस के आरोप के बाद जयपुर प्रशासन ने कल यानी बुधवार को फैक्ट चेक कर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। बताते चलें कि कांग्रेस ने 18 नवंबर यानी मंगलवार को ही अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए यह आरोप लगाया था और कहा था कि जयपुर में BLO बिना वोटर्स के घर गए और बिना फॉर्म दिए ही वोटर लिस्ट से मतदाताओं का नाम गायब कर दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने सरकार के इस फैसले को संविधान पर हमला बताया और कहा कि चुनाव जीतने के लिए इस SIR का खेल किया जा रहा है।
प्रशासन का क्या आया जवाब
अब इसी पोस्ट के जवाब में जयपुर के जिला कलेक्टर एवं मजिस्ट्रेट ने चुनाव आयोग की प्रक्रियाओं को लेकर पोस्ट किया। प्रशासन ने अपनी पोस्ट में कहा कि अभी तक किसी भी वोटर का नाम अंतिम रूप से नहीं काटा गया है और ना ही किसी को वोटर लिस्ट से बाहर किया गया है। यह तो सिर्फ प्रारंभिक प्रक्रिया है। गणना प्रपत्र भरने की प्रक्रिया आगामी चार दिसंबर तक चलेगी। कही ऐसे घर है जहां BLO दो बार जा चुके हैं, लेकिन लेकिन वहां लोग नहीं थे। अभी तीसरी बार उन घरों में विजिट करना बाकी है और जैसे ही मतदाता घर पर मिल जाएंगे उनसे भी फार्म भरवा लिया जाएगा।
9 दिसंबर को जारी होगी ड्राफ्ट लिस्ट
प्रशासन ने आगे कहा कि 9 दिसंबर को वोटरों की ड्राफ्ट लिस्ट जारी की जाएगी। इसके बाद 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक किसी भी वोटर का नाम जोड़ने-हटाने के लिए ईआरओ के आगे सुनवाई होगी और नोटिस देकर उसे मौका दिया जाएगा। ड्राफ्ट लिस्ट जारी होने के बाद भी सभी मतदाताओं के लिए गणना प्रपत्र ऑनलाइन भरकर जमा करने का विकल्प रहेगा








