Bhajanlal Sharma Health Routine: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नवरात्रों में अनूठी भक्ति देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शक्ति साधना के साथ तब अनुशासन सेवा का संगम दिखा रहेहैं। मुख्यमंत्री नवरात्रि में अन्न का त्याग कर नींबू पानी और नारियल पानी का सेवन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पिछले 8 दिन से अन्न त्याग रखा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी का मानना है कि उपवास केवल पूजा पाठ करना ही नहीं बल्कि एक गहन आदरणीय तपस्या करना है। उपवास रखने से उन्हें आत्मबल मिलता है और मां की एक एकता प्रदान होती है। उन्होंने कहा कि नवरात्र के 9 दिन व्रत रहने से शरीर से अधिक मन और आत्मा की शक्ति होती है। नवरात्र का त्यौहार के लिए आत्म अनुशासन का पर्व है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रोजमर्रा में भी अन्न का सेवन नहीं कर रहे हैं।
उपवास रहने से मन की शुद्धि होती है
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नवरात्र के मौके पर 42 से अधिक कार्यक्रमों में भी शामिल हुए हैं। उन्होंने उद्घाटन अवलोकन और सालाना के कार्यक्रमों में बखूबी अपनी भागीदारी निभाई है। इसके अलावा वह 18 बार जयपुर से बाहर भी दौरे पर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में भी अध्यात्म और सेवा को संतुलित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उपवास रहने से मन की शुद्धि होती है।
पूजा अर्चना की और राजस्थान में खुशहाली की कामना की
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नवरात्रि में डीग के जड़खोर धाम में आयोजित हो रही भागवत कथा में भी शामिल हुए। जहां उन्होंने काफी देर तक प्रवचन सुने और पूजा अर्चना की। इसके बाद वह है हेलीकॉप्टर से अपने आराध्य देव श्रीनाथजी मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने गिरिराज जी की पूजा अर्चना की और राजस्थान में खुशहाली की कामना की।
8 महीने से अन्न का एक दाना नहीं ले रहे हैं
इसके साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पिछले 8 महीने से अन्न का एक दाना नहीं ले रहे हैं। वह फल, उबली सब्जियां, नींब पानी, नारियल पानी, चाय और गाय का दूध ले रहे हैं। इसके साथ नियमित ध्यान, योग और वॉक उनकी दिनचर्या है।