Jaipur Drug Control Action : zदवाई इंसान के लिए संजीवनी का काम करता है। दवा के बिना इंसान ना तो बीमारी से लड़ने में सक्षम रहता है और ना ही खुद को स्वस्थ रखने में सक्षम होता है। लेकिन क्या हो जब दवाई के नाम पर जहर बेचा जाने लगे। यहां जहर का अर्थ वह वाला जहर नहीं, जिसे खाने के बाद इंसान मर जाते हैं। लेकिन वह जहर है जो दवाई के रूप में हमारे शरीर के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकते हैं। इस पर संबंधित विभाग ने जबरदस्त एक्शन लिया है और पांच दवाओं के निर्माण के साथ-साथ बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में दवाओं का जब लैब जांच किया गया, तो उसमें अमानक दवाएं मिल रही है। आयुक्त फूड सेफ्टी ड्रग कंट्रोल की ओर से विधि मंगलवार को एक अलर्ट जारी किया गया, जिसके तहत पांच दवाओं के अमानक पाए जाने की बात कही गई और उसका निर्माण के साथ-साथ बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है।
पांच दवाओं की बिक्री और उत्पादन पर रोक
आयुक्तालय के ड्रग कंट्रोलर प्रथम अजय पाठक और ड्रग कंट्रोलर द्वितीय राजाराम शर्मा के मुताबिक जिन पांच दावों के बिक्री और निर्माण पर रोक लगाया गया है उनमें , अलवर की कार्डियोमेक इंडिया की इंट्रावीनस कैथेटर्स विथ विंग्स रेडियो पेक (बैच 24060193 सी, मई-2026), अलवर की टाइटेनियम टेक्नोलॉजी की कैल्सीट्रायोल कैप्सूल (बैच टीडी 25060ई, एक्सपायरी मई-2029), हैदराबाद की डॉ. रेड्डी लैबोरेट्री की आइबूप्रोफेन एंड पैरासिटामॉल (बैच एएच40058, अप्रैल-2027), सितंबर-2026), हिमाचल की VADSP फार्मास्यूटिकल सेफुरोक्सिम एक्सेटिल टेबलेट (बैच वीटी 240994 और करनाल की एम्री फार्मास्यूटिकल सेफपोडोक्सिम प्रोक्सेटिटल टेबलेट (बैच एटीबी-159, अप्रैल-2027) को बाजार से हटाने का आदेश दिया गया है।यह पांच दवाई अमानत साबित हुआ है जिसके कारण इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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