Rajasthan Cow Urine Business: राजस्थान में लगातार कृषि के क्षेत्र में नए आविष्कार किए जा रहे हैं। जिसकी वजह से लोग कृषि के क्षेत्र में अपना नाम बना रहे हैं। पहले कृषि केवल पालन- पोषण का एक साधन थी, जिसमें केवल किसान अपना और अपने परिवार का पालन- पोषण कर पाते थे। लेकिन अब आधुनिकता के साथ लोगों ने कृषि को ही एक अलग ढंग से करना शुरू कर दिया है। जिससे उनकी आय तो हो ही रही है, इसके साथ ही इसमें उनको पहचान भी मिल रही है।
गौमूत्र से बना करोड़पति
बता दें कि बाड़मेर में रहने वाला मांगीलाल बोथरा आज गौमूत्र से करोड़पति बना है। इन्होंने मांगीलाल ने बाहरी देशों के सामानों को बेचने की आलोचनाओं के चलते स्वदेशी की ओर अपना कदम बढ़ाया। जो आज करोड़ों की टर्नओवर करके एक कृषि के क्षेत्र में व्यवसाय का एक नया रास्ता खोल दिया। इनके द्वारा बनाई जाने वाली गोधन अर्क को राजस्थान के अलावा भी कई आयुर्वेदिक कंपनियों तक पहुंचाया जा रहा है। बता दें कि पतंजलि से लेकर कई ओर प्रसिद्ध या जानी मानी कंपनियों तक जा पहुंची है।
मांगीवाल का स्वदेशी की ओर कदम
मांगीवाल के इस कहानी से आप भी जान सकेंगे कि आप गाय के मूत्र से करोड़पति कैसे बन सकते हैं। तो बता दें कि मांगीवाल के द्वारा बाड़मेर में इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप को चलाता था। जहां पर वो बाहर की कंपनियों के उपकरण बेचने का काम करता था। लेकिन जब ग्राहकों के लगातार उनके विदेशी उपकरणों के बेचे जाने की वजह से काफी कुछ सुनाया जाता था। जिसकी वजह से उनके दिमाग में कुछ स्वदेशी अपनाए जाने को लेकर एक विचार आया। जिसमें उन्होंने गाय के मूत्र से गोधन अर्क बनाने की योजना बनाई। जिसमें उन्होंने गांव में दूर-दूर से गौमूत्र इकट्ठा किया और उसके बाद गौधन अर्क बनाने का काम शुरू किया। जिसमें आज इनके प्लांट में 3.5 लाख हजार से भी अधिक उत्पादन कर रहा है।
300 लोगों को रोजगार
मांगीलाल के द्वारा की गई इस पहल ने केवल खुद ही नहीं बल्कि 300 से भी अधिक लोगों रोजगार प्रदान किया है। जो प्रतिदिन 2000 लीटर गौमूत्र एकत्रित करते हैं और इसके बाद इसको आधुनिक तकनीक की मदद से गौधन अर्क में बदला जाता है। जो आयुर्वेदिक पोषण से भरपूर होता है। बता दें कि मांगीलाल गांव के लोगों से ही गौमूत्र को 4 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से खरीदते हैं।
कैसे कर सकते हैं आप भी गौमूत्र से व्यवसाय
गोमूत्र को एकत्रित कर कांच या फिर मिट्टी के बने आसवन यंत्र में डाल दिया जाता है। और फिर उसको गर्म करके उसका वाष्प को एक पाइप के माध्यम से दूसरे बर्तन में निकाल लिया जाता है। और वो ही गोधन अर्क कहलाता है। जिसको आप भी आसानी से बनाकर अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। जिसको आप पहले छोटी कंपनियों तक पहुंचाए और फिर धीरे-धीरे बड़ी कंपनियों तक अपनी पहुंच बढ़ाए।
इसे भी पढ़े:- Shrawan Daga Story: 5000 रूपए हुई शुरूआत आज 70 करोड़ का टर्नओवर, जानिए क्या है जोधपुर के इस बिजनेस मैन की कामयाबी का राज