SMS Hospital: जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल की इन दोनों पोल खुल रही है। हाल ही में राजस्थान वन ने एसएमएस अस्पताल में एक रिपोर्ट बनाई थी, जिसमें साफ सफाई से लेकर खाने की क्वालिटी तक का पर्दाफाश किया गया था। अब एसएमएस अस्पताल फिर से सवालों के कटघरे में खड़ा है, जब बीते दिन हॉस्पिटल में 4 घंटे तक सर्वर डाउन रहा। इसके कारण दवा और जांच के लिए मरीजों को घंटों तक कतार में इंतजार करना पड़ा। आलम यह हो गया कि कई लोगों को वापस घर लौटना पड़ा।

मरीजों को भुगतना पड़ रहा खामियाजा 

 इसे साफ है अस्पताल के हालत बद से बदतर होते जा रहा है और इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। बता दें कि यह कोई पहली दफा नहीं है, जब एसएमएस अस्पताल का सर्वर डाउन हुआ हो, आए दिन अस्पताल में सर्वर की पोल खुलती रहती है। मंगलवार सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक अस्पताल का सर्वर डाउन रहने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की परेशानी को देखते हुए डीडीसी काउंटरों पर 4 बजे तक मरीजों को दबा दी है। 

वेटिंग लिस्ट लंबी

दूसरी ओर अस्पताल में कान, नाक एवं गला अर्थात (ईएनटी) विभाग में बहरेपन और सुनने की कम क्षमता वाले मरीजों की वेटिंग लिस्ट लंबी होती जा रही है, लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है। इसका कारण बताया जा रहा है प्रशिक्षित टेक्नीशियन की कमी और मशीनों की खराबी। इसके कारण जांच करने के लिए आए 100 में से सिर्फ 37 मरीजों को जांच मिल पा रहा है। बाकी 63 मरीज बिना जांच के मजबूरी में घर लौट जा रहे हैं।

 मजबूरन उन्हें किसी निजी सेंटर्स पर महंगे दामों में जांच करानी पड़ रही है, रिपोर्ट की मानें तो अस्पताल में रोजाना 170 मरीज जांच करने के लिए आते हैं, लेकिन उनमें से केवल 37 फ़ीसदी मरीज को ही जांच मिल पाता है। वही न्यूरोलॉजी विभाग में भी एनसी जांच के लिए वेटिंग लिस्ट 3 से 5 दिनों तक का चल रहा है। क्योंकि गंगोरी और कवटी अस्पताल में यह सुविधा उपलब्ध ही नहीं है। आखिरकार एसएमएस अस्पताल के कारण मरीजों को हो रही परेशानियों का निदान कब होगा।

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