Rajasthan Health: राजस्थान सरकार स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान के बाद महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण पर विशेष जोर दिया जाएगा। आपको बता दें कि इस अभियान का उद्देश्य पूरे राज्य में महिलाओं और किशोरियों के बीच समय पर स्वास्थ्य जांच उपचार और जागरूकता को बढ़ावा देना है। यह अभियान स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश के मुताबिक 17 तारीख से गांधी जयंती तक चलेगा।

महिलाओं और किशोरियों के लिए समग्र स्वास्थ्य सेवाएं 

इस अभियान के अंतर्गत महिलाओं को जयपुर के साथ-साथ अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्रों, उप जिला अस्पतालों, सैटेलाइट अस्पतालों और जिला अस्पतालों के साथ अलग-अलग स्वास्थ्य सुविधाओं में परामर्श और चिकित्सा उपचार की सुविधा उपलब्ध की जाएगी। 

जांच के समय गंभीर बीमारियों का पता चलने पर रोगियों को आगे के उपचार के लिए कुछ तरह चिकित्सा केंद्रों में रेफर भी किया जाएगा। इसके अलावा स्कूल छोड़ चुके और वंचित बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके बाद उनकी भलाई और रोकथाम योग के बीमारियों से सुरक्षा करने में मदद मिलेगी।

रक्त की कमी से निपटने के लिए रक्तदान शिविर 

गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगियों के लिए रक्त की कमी को दूर करने के उद्देश्य से जिला स्तर पर रक्तदान आयोजित होने जा रहे हैं। ये शिविर संयुक्त निदेशक के माध्यम से निदेशालय को हर दिन रिपोर्ट करेंगे। इनमें सीएमएचओ मॉडल अधिकारी और जिला प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य अधिकारी सह नोडल अधिकारी होंगे। इसी के साथ ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक सीएमएचओ शिविर प्रभारी के रूप में काम करेंगे। 

स्वास्थ्य जांच और डेटा संग्रह 

सांगानेरी गेट पर स्थित महिला अस्पताल की अधीक्षक डॉक्टर आशा वॉन के मुताबिक इस अभियान का उद्देश्य न सिर्फ समय पर उपचार प्रदान करना है, बल्कि महिलाओं और किशोरों में उच्च रक्तचाप, रक्त शर्करा की समस्या, कैंसर और पोषण संबंधी समस्याओं के साथ जरूरी स्वास्थ्य डाटा को एकत्र करना भी है।

इस डाटा से जिला, पंचायत समिति और ग्राम स्तर पर लक्षित स्वास्थ्य नीतियों को तैयार करने में मदद मिलेगी। आपको बता दें कि राज्य कैंसर संस्थान के अधीक्षक डॉक्टर संदीप जसूजा ने शीघ्र पहचान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राज्य में हर साल स्तन कैंसर के 8 से 9 हजार नए मामले, गर्भाशय ग्रीवा के केंद्र के 6 से 7 हजार मामले और मुख्य कैंसर के 4 से 5 हजार नए मामले आते हैं। 

व्यापक परीक्षण और जांच 

अभियान के समय महिलाओं और किशोरियों की रक्तचाप, रक्त शर्करा, हीमोग्लोबिन स्तर, वजन और बॉडी मास इंडेक्स, मुख, स्तन, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की जांच, क्षय रोग, सिकल सेल एनीमिया की जांच की जाएगी। 

गर्भवती महिलाओं का गर्भावस्था के 12 सप्ताह से पहले पंजीकरण किया जाएगा और उन्हें चार प्रसव पूर्व जांच, आईएफवाई, कैल्शियम की गोलियां और टीडी टीकाकरण प्रदान किया जाएगा। इसी के साथ पहली तिमाही के दौरान उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था की पहचान की जाएगी। 

आवश्यक स्वास्थ्य कार्डों का वितरण 

इन शिवरों के दौरान लंबित पीएमजेएवाई और सिकल सेल एनीमिया कार्ड वितरित किए जाएंगे। इनकी मदद से लाभार्थियों को बिना किसी देरी के उच्च स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान हो पाएंगी।

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