Rajasthan Government School Campaign: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में लगातार घटती छात्रों की संख्या को देखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा प्रवेशोत्सव अभियान शुरू किया गया है। इसके दूसरे चरण की शुरुआत 1 जुलाई से की जाएगी। इसके अंतर्गत सभी शिक्षक अपने क्षेत्र के सभी घरों में जाकर अभिभावकों से बात करेंगे और बच्चों को वापस स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेगें। 24 जुलाई तक चलने वाले इस अभियान की तैयारियां तेज कर दी गई है।
लगातार बढ़ रही है ड्रॉपआउट छात्रों की संख्या
शिक्षा विभाग के मुताबिक पिछले कुछ सालों में लगातार छात्रों की ड्रॉपआउट रेट में इजाफा हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों में 20 लाख से ज्यादा बच्चों ने सरकारी स्कूलों से अपना नाम हटवाया हैं। इस अभियान के तहत विभाग ऐसे बच्चों को वापस स्कूल से जोड़ने का कार्य कर रहा है। गर्मी की छुट्टियों से पहले इसके पहले चरण की शुरुआत की गई थी, जिसमें व्यापक स्तर पर सर्वे किया गया था। बीच में भारत पाकिस्तान जंग के तनाव के चलते इसे रोक दिया गया था। अब एक बार फिर इसके दूसरे चरण की शुरुआत की जा रही है।
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शिक्षकों को दी गई है बड़ी जिम्मेदारी
ब्लॉक शिक्षक अधिकारियों की ओर से सरकारी स्कूलों की लिस्ट जारी की गई है, जिसके तहत हर शिक्षक को क्षेत्र के हर गांवों और मोहल्लों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जुलाई माह में शिक्षक हर घर जाकर अभिभावकों से बातचीत करेंगे और सरकारी स्कूलों में दी जारी सुविधाओं, परीक्षा के परिणाम, शिक्षा का महत्व और सरकारी योजनाओं की जानकारी देगें।
कब शुरू होगा तीसरा चरण?
इस अभियान का तीसरा फेज 25 जुलाई से शुरू किया जाएगा और 18 अगस्त तक यह अभियान चलेगा। इसके अंतर्गत ऐसे बच्चों की पहचान की जाएगी जो स्कूल से बाहर हैं या फिर अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ चुके है। शिक्षक गांवों में पंपलेट्स और प्रचार सामग्री की मदद से अभिभावकों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देगें। साथ ही ब्लॉक स्तर पर इसकी निगरानी भी की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने सभी सरकारी शिक्षकों को आदेश दिया है कि वे घर घर जाकर सभी अभिभावकों से संपर्क करें और नामांकन में सुधार करने की दिशा में अहम भूमिका निभाएं।