Adhivasi Wedding Ritual: राजस्थान में की ऐसी अनोखी परंपराएं है जो शादी के दौरान निभाई जाती हैं। ऐसी है एक अनोखी रस्म राजस्थान के सिरोही जिले के आबूरोड में स्थानीय आदिवासी क्षेत्र में शादी से पहले निभाई जाती है। इस दौरान शादी में स्थानीय लोगों की ओर से पहाड़ यानि भाखर देवता की पूजा की जाती है। इस परंपरा को कई सालों से निभाया जा रहा है। परिवार वाले बड़े हर्षोल्लास से इस रस्म को मनाते हैं। साथ ही नाच गाना करते हैं। 

किया जाता है पारंपरिक मोरिया डांस 

शादी के समय आदिवासियों द्वारा पारंपरिक मोरिया डांस किया जाता हैं। इस नृत्य में घर की महिलाएं, पुरुष और बच्चे झूमते हुए गाना गाते हैं। बता दें कि इस परंपरा में घर आए अतिथि को पलंग पर बैठाकर घरवाले उठा लेते हैं और फिर नाच गाना और खूब मस्ती की जाती है। 

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शुभ कार्य से पहले की जाती है देवता की पूजा 

स्थानीय लोगों ने जानकारी दी कि यह परंपरा सदियों से भाकर के लोग निभाते आ रहे हैं। शादी या किसी भी शुभ कार्य से पहले भाखर देवता की पूजा की जाती हैं। जानकारी के लिए बता दें कि सालों से आदिवासी जनजाति, इन पहाड़ों पर निवास कर रही हैं, इसी कारण से इनका लगाव पहाड़ों से अधिक है। इसलिए यहां के लोग हर खास मौके पर पहाड़ रूप में भाखर देवता को पूजते आ रहे हैं। 

अनोखे तरीके से होता है अतिथियों का स्वागत

इस अनोखी रस्म में शादी के दौरान आए अतिथियों को घरवाले पलंग पर बैठाकर उछालते हैं और नाचते गाते हैं। साथ ही शादी के शुभ अवसर पर पारंपरिक मोरिया डांस भी किया जाता है। प्रकृति प्रेमी आदिवासी पहाड़ों की गोद में रहते हैं। इन लोगों का पहाड़ से एक अनोखा रिश्ता होता है, इसी कारण से वहां के लोग पहाड़ को अपना देवता मानते हैं और हर खास मौके पर पहाड़ देवता की पूजा की जाती हैं।