Jaipur Moti Dungri: राजस्थान में जयपुर के मोती डूंगरी में एक ऐसा मंदिर स्थित है, जिसकी मान्यता केवल राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश में हैं। बता दें कि इस मंदिर के दर्शन करने के लिए विदेशी भी आते हैं। इस मंदिर में गणेश जी की प्रतिमा में खुद भगवान गणेश विराजमान है। इस मंदिर को लेकर राजस्थानियों की अटूट आस्था जुड़ी हुई हैं।
कब शुरू होगा श्रृंगार
जयपुर के मोती डूंगरी में मौजूद गणेश जी का श्रृंगार सेवा शुरू हो गई हैं। जिसको महंत परिवार के 16 सदस्यों के द्वारा किया जाएगा। भगवान गणेश का ये श्रृंगार 27 अगस्त को देख सकेंगे। इस श्रृंगार की शुरुआत गुरु पुष्य को होगी, जो 21 अगस्त को आती है। यानी की 21 अगस्त को मोती डूंगरी में भगवान गणेश का श्रृंगार शुरू होगा और पूरा 55 दिनों में होगा। वहीं बता दें कि इनका मुख्य श्रृंगार 25 अगस्त की रात को प्रारंभ किया जाएगा।
पोशाक की खासियत
मोती डूंगरी में विराजमान भगवान गणेश जी का भव्य और मनमोहक श्रृंगार किया जाएगा। जिसमें उनकी पोशाक को पन्ना, मोती, माणिक, नीलम और पुखराज से निर्मित करके बनवाया जाएगा। वहीं बता दें कि इसको बनाने में 11 लोग लगे हुए हैं। जिसमें 5 लोगों का काम सोने और चांदी के वर्क के साथ पत्तियों को काटना, क्योकि इस वर्क पर ही पंचरत्नी होगा।
वहीं 551 कर्ण के लिए फूल के साथ बनेंगे और 355 सोने- चांदी के वर्क लगेंगे। इनके अंगरखे-धोती पर भी चांदी और सोने का वर्क होगा, इस ड्रेस को बनने में 55 दिन लगेंगे। इसके साथ ही कानों में नीलम के बिच्छू, हीरे- मोती का तिलक और दोनों हाथों में सर्प के बाजूबंद के साथ वासुकी नाग का जनेऊ इनके श्रृंगार में शामिल किए गए है।
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