Grahan Yog: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के राजा सूर्य जब भी किसी दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं या अन्य ग्रहों के साथ युति बनाते हैं, तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है। इसके साथ ही देश-दुनिया पर भी देखने को मिलता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, ग्रहों के राजा सूर्य 17 अगस्त को सिंह राशि में प्रवेश करने वाले हैं, जहां पहले से केतु विराजमान है। सिंह राशि में यह युति करीब 18 साल बाद होने जा रही है जिससे ग्रहण योग का निर्माण होगा। ग्रहण योग के प्रभाव से कुछ राशियों को सावधान रहने की आवश्यकता है। तो आइए इस खबर में उन राशियों के बारे में जानते हैं जिन्हें सावधान रहने की जरूरत है।
सिंह राशि
सूर्य और केतु के मिलने से सिंह राशि वाले जातकों को बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है। क्योंकि यह योग आपकी कुंडली के प्रथम भाव में बनने जा रहा है। इस दौरान आपके आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। इसके साथ आपके मान-सम्मान में भी गिरावट हो सकती है। कारोबार में हानि हो सकती है। यात्रा करने से बचना होगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए ग्रहण योग प्रतिकूल साबित हो सकता है, क्योंकि सूर्य और केतु की युति आपके वैवाहिक जीवन और पार्टनरशिप के स्थान पर बन रही है। इस दौरान आपका वैवाहिक जीवन तनाव से भरा रहेगा। इसके साथ ही पार्टनर के साथ लड़ाई झगड़ा होने की संभावना है।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए केतु और सूर्य की युति हानिकारक साबित हो सकती है, क्योंकि यह योग आपकी कुंडली के छठे स्थान पर बनेगा। इस दौरान आप कोर्ट-कचहरी के मामलों में हार मील सकती है। इसके साथ ही गुप्त शत्रु परेशान कर सकते हैं। वाहन चलाते समय सावधान रहना होगा। क्योंकि इस दौरान दुर्घटना के भी योग बन रहे हैं।