SIR Process: SIR प्रक्रिया को लेकर राजस्थान में लगातार बवाल मचा हुआ है। सबसे पहले बिहार में SIR की प्रक्रिया पूरी की गई और अब राजस्थान के 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों पर SIR का घर-घर सर्वे पूरा हो चुका है। इस सर्वे के बाद जो खुलासे हुए हैं, यह आपको भी हैरान कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि राजस्थान में SIR प्रक्रिया के बाद 58 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम कट सकते हैं।

कांग्रेस का चुनाव आयोग पर आरोप

यह बहुत बड़ा आंकड़ा है। 58 लाख मतदाता पूरे राज्य का सत्ता पलट करने में सक्षम होते हैं। ऐसे में इसका नुकसान किसे होगा यह तो आगामी चुनाव ही पता चलेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस लगातार राजस्थान में SIR प्रक्रिया का विरोध कर रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस प्रक्रिया के तहत पात्र वोटर के भी नाम लिस्ट से काटे जा रहे हैं, जबकि जो वाटर पात्र नहीं भी हैं उनके भी नाम इस सूची में शामिल की जा रही है। हालांकि भाजपा भी लगातार कांग्रेस के दावों का कटाक्ष करती रही है।

डिजिटाइजेशन का काम हुआ पूरा

बावजूद इसके चुनाव आयोग की ओर से जो आंकड़ा निकलकर सामने आया है, इसने सभी को हैरान कर दिया है। बताते चलें कि राजस्थान में मतदाता सूची की SIR प्रक्रिया के तहत बीते शनिवार तक डिजिटाइजेशन का काम पूरा हो चुका है और इसके साथ ही राजस्थान भारत का पहला राज्य बन गया, जहां डिजिटाइजेशन का काम शत प्रतिशत पूरा हो गया। राजस्थान में 58,21,462 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से काटे जा सकते हैं।

5,222  BLO ने पूरा किया काम

राज्य के मुख्य निर्वाचन आयोग अधिकारी नवीन महाजन ने इसको लेकर शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि घर-घर सर्वे का काम पूरा हो गया है। हमारे 5,222 BLO ने मिलकर एन्यूमरेशन फॉर्म डिजिटल रूप से इसे पोर्टल पर अपलोड कर दिया।

इसमें 15 लाख ऐसे वोटर मिले, जिसका नाम 2002 की SIR से मिलान नहीं हुआ, जबकि 43 लाख 992 ऐसे मतदाता मिले, जिनकी या तो मृत्यु हो चुकी है, या फिर अपने अस्थाई स्थान से शिफ्ट हो चुके हैं। बता दें कि राजस्थान की वर्तमान मतदाता सूची में 5,46,56,215 मतदाता शामिल है और शनिवार को इन सभी के आंकड़े पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए हैं।