Ayushman Bharat Yojana: आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पतालों में मुफ्त उपचार के लिए आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (एबीएचए) आईडी बनाने में राजस्थान देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। वहीं राज्य में अब तक 6.36 करोड़ से ज्यादा लोगों की डिजिटल हेल्थ आईडी बन चुकी है। जिसमें ज्यादा 19 से 45 वर्ष आयु वर्ग के लोगों की हिस्सेदारी है, जो कुल लाभार्थियों का लगभग 38 प्रतिशत है।
जयपुर, उदयपुर और अलवर जिला सबसे आगे
मिली जानकारी के मुताबिक राजस्थान में जयपुर, उदयपुर और अलवर जिले डिजिटल हेल्थ आईडी बनाने में सबसे आगे हैं। वहीं जयपुर जिले में अब तक 58.7 लाख से अधिक लोगों की आईडी बन चुकी है, जबकि उदयपुर में 38.2 लाख और अलवर में 29 लाख से अधिक लोगों के खाते तैयार हो चुके हैं। इसके साथ ही नए बनाए गए जिलों में डिजिटल हेल्थ आईडी के मामले में सबसे कम प्रगति सुजानगढ़, खैरथल-तिजारा और शाहपुरा जिलों में देखी गई है। इन जिलों में अभी तक बहुत कम लोगों के खाते बनाए गए हैं।
जानें किस आयु वर्ग के पास कितने प्रतिशत आईडी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राज्य में 19 से 45 वर्ष आयु वर्ग के 2.39 करोड़ लोगों में से 38.7 प्रतिशत लोगों के पास डिजिटल हेल्थ आईडी है। वहीं 45 से ऊपर आयु वर्ग में 31.6 प्रतिशत और 19 वर्ष से नीचे आयु वर्ग में 16.9 प्रतिशत लोगों की आईडी बनी है।
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अगर जिलावार की बात करें तो जयपुर में 58.7 लाख, उदयपुर में 38.2 लाख, अलवर में 29 लाख, जोधपुर में 28.6 लाख, भीलवाड़ा में 27.1 लाख, बाड़मेर में 20 लाख, नागौर में 19.4 लाख, श्रीगंगानगर में 18.3 लाख, पाली में 18 लाख, भरतपुर में 17.4 लाख, कोटा में 16.7 लाख और बांसवाड़ा में 16.5 लाख से अधिक लोगों की हेल्थ आईडी बनाई जा चुकी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डिजिटल हेल्थ आईडी से मरीजों का पूरा स्वास्थ्य रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा, जिससे वे किसी भी अस्पताल में इलाज करवा सकते हैं।