Aravali Hills: अरावली की पहाड़ियां राजस्थान के लिए किसी वरदान से ही काम नहीं है। यह पहाड़ियां कई बेशुमार धातुओं से भरी हुई है, जिसकी कीमत करोड़ों-अरबों में होती है। यही कारण है कि अरावली की पहाड़ियों में माइनिंग के दौरान भारत की भौगोलिक संरचना में यह प्राचीनतम पर्वत श्रेणी में आता है, जो की गोंडवाना लैंड का अस्तित्व है। इस पहाड़ी में कई ऐसे रहस्य भी छिपे हुए हैं, जो कि पृथ्वी की उत्पत्ति का राज खोलते हैं।
'पृथ्वी के जन्म का रहस्य पता चलेगा'
इस बीच एक ऐसा ही रहस्य फिर से मिला है। अरावली की पहाड़ियों में दो अब साल पुराना चट्टान मिला है। उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के भू विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों ने इस नए और चट्टान को खोजा है, जिसे दो अरब साल पुराना बताया जा रहा है। अब इस चट्टान पर रिसर्च की मदद से पृथ्वी की उत्पत्ति का राज खुल सकेगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस पत्थर की मदद से यह पता लगाया जा सकता है कि पृथ्वी के जन्म का रहस्य क्या है और धरती पर जीवन की उत्पत्ति आखिर कैसे हुई।
अन्य जगहों पर भी हो सकती है चट्टान
भू विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर रितेश पुरोहित ने इसको लेकर बताया कि यह चट्टान अन्य जगहों पर भी हो सकती है। इस पर पिछले 20 वर्षों से रिसर्च की जा रही है। इस चट्टान में ऐसी रासायनिक खोज हुई है, जो पृथ्वी पर जीवन समझने में दिशा देगी। ऐसे में यह अरावली की पहाड़ी राजस्थान के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा। क्योंकि यह पहाड़ी नहीं, बल्कि एक खजाने का घर बन चुका है।