Shiksha Mantri Dilawar:  राज्य के सुकेत क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक 700 अनधिकृत कनेक्शन से जुड़े एक अवैध इलेक्ट्रिसिटी रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। यह मामला मोहल्ले की एक बैठक के दौरान सामने आया। इस बैठक में शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर भी मौजूद थे। लोगों की शिकायतों के बाद उन्होंने निर्णायक कार्यवाही की। 

जनसंपर्क के दौरान उठाई गई शिकायतें 

रविवार को मंत्री मदन दिलावर सुकेत के सुरलीवाल स्ट्रीट में एक बैठक कर रहे थे। इस बैठक के दौरान स्थानीय निवासियों ने कल्लू नामक व्यक्ति द्वारा कथित रूप से अनधिकृत बिजली कनेक्शन संचालित किए जाने के बारे में मंत्री जी को यह बात बताई। स्थानीय निवासियों के मुताबिक कल्लू अबे ग्रुप से बिजली कनेक्शन प्रदान करता है और हर घर से ₹500 हर महीने ले रहा था।  उसे 3.5 लाख की हर महीने आय हो रही थी। 

अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई 

लोगों द्वारा शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए मंत्री दिलावर ने एक्सईएन विष्णु दत्त लोढ़ा को पुलिस टीम के साथ जांच करने का निर्देश दिया। टीम मौके पर पहुंची और जो सोचा था वही मिला। इसके बाद अभी तो कनेक्शन को तुरंत काट दिया गया और लगाए गए केबल  को भी जप्त कर लिया गया। इसके बाद मंत्री दिलावर खुद पारदर्शिता और प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण को सुनिश्चित करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने आरोपी कल्लू और उसके सहयोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। 

12.6 करोड रुपए की वसूली की जाएगी 

मंत्री ने 30 साल की अवधि में बिजली के अवैध उपयोग के लिए वित्तीय वसूली शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए हैं।  3.5 लाख रुपए सालाना (700 घर के लिए ₹500 हर महीने) की दर से कुल राशि 12.6 करोड़ है। 

जब आगे की जांच की गई तो पता चला कि अवैध बिजली की लाइन भूमिगत जल पाइपलाइन के साथ बिछाई गई थी। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि आरोपियों ने एक निजी वितरण बिंदु तक स्थापित कर रखा था और साथ ही एक मिनी बिजली ग्रिड बना रखा था। अधिकारियों को सेटअप को हटाने के लिए खुदाई तक करनी पड़ी।

ये भी पढ़ें...Jodhpur Gulabrai: गुलाबराय को क्यों कहा जाता है जोधपुर की 'मस्तानी', महाराजा विजयसिंह ने करवाया था गुलाब सागर का निर्माण